पूर्णिया(PURNIYA):23 अप्रैल रविवार को बिहार के पूर्णिया में ब्रहम शक्ति संस्था की ओर से परशुराम जयंती मनाई गई. इस अवसर पर भव्य परशुराम शोभायात्रा भी निकाली गई. जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ गाजे बाजे के साथ शोभायात्रा में शामिल हुई. कोई घोड़े की सवारी पर चल रहे थे, तो कोई पारंपरिक हथियारों के साथ नजर आ रहे थे. आपको बताएं कि परशुराम भगवान शौर्य के देवता माने जाते हैं. इसकी वजह से लोग पारंपरिक हथियार के साथ शोभायात्रा में शामिल हुए. यह यात्रा चूनापुर से शुरू होकर रणभूमि मैदान में जाकर समाप्त हो गई.
कैमरे और ड्रोन से शोभायात्रा पर नजर रखी गई
यात्रा में पूर्व विधायक राजन तिवारी भी शामिल हुए. वहीं यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन की ओर से कड़े इंतजाम किए गए थे. जगह-जगह पर कैमरे और ड्रोन से शोभायात्रा पर नजर रखी जा रही थी. ताकि किसी प्रकार की कोई भी अनहोनी घटना ना घटे.
परशुराम किसी एक जाति के आराध्य नहीं हैं
मौके पर शोभायात्रा समिति के सदस्य एसएम झा ने कहा कि परशुराम किसी एक जाति के आराध्य नहीं है. बल्कि सभी सनातनी विचारों के आराध्य रहे हैं. परशुराम अच्छाइयों के प्रतीक है. सच्चाई के प्रतीक हैं. और विघटनकारी ताकतों के खिलाफ एक आवाज हैं. यही कारण है कि इतनी बड़ी तादाद में भगवान परशुराम की शोभायात्रा में इतनी भीड़ इकट्ठा हुई है.
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