पटना(PATNA):कोयलांचल में ड्रोन कोयला चोर और तस्करों को ढूंढ रहा है. उसकी जानकारी के आधार पर छापेमारी की जा रही है .यह बात अलग है कि कोयला तस्करों के आगे कभी-कभी छापेमारी दल का भी कुछ नहीं चलता. इधर झारखंड के बड़े भाई बिहार में भी शराबबंदी है. बावजूद शराब की बिक्री बेधड़क जारी है. शराबबंदी होने के बाद भी बिहार में कई जहरीली शराब कांड हुए. जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई. फिर भी धंधा बंद नहीं हुआ है.
शराब के खिलाफ ऑपरेशन में लगाया गया ड्रोन गायब
इसके लिए बिहार सरकार ने भी ड्रोन व्यवस्था शुरू की है. ड्रोन से शराब कि भट्टी चलाने वालों को खोजा जा रहा है. और उसके बाद कार्रवाई की जा रही है लेकिन इस बीच एक दिलचस्प बात यह सामने आई है. कि बिहार में शराब ढूंढने वाला फिक्स्ड विंग ड्रोन छपरा में पहुंचकर कहीं लापता हो गया है. यह ड्रोन पटना से छपरा के लिए उड़ा था. आखिरी बार यह छपरा के दियारा इलाके में शराब तस्करों की तलाश कर रहा था. अधिकारियों ने शनिवार को ड्रोन के लापता होने की जानकारी सार्वजनिक की. कहा कि इसकी तलाश करने वालों को इनाम दिया जाएगा.
ड्रोन की कीमत साठ लाख बताई गई है
ड्रोन की कीमत साठ लाख बताई गई है. और यह हवाई जहाज जैसा दिखता है. इस तरह का बिहार में इकलौता ड्रोन था. उड़ान भरने के बाद जो सुदूर दियारा में शराब की भठ्ठी को चिन्हित कर संबंधित अधिकारियों के नंबर पर जीपीएस मैसेज भेजता था. 4 मई को पटना से उड़ान भरने के बाद छपरा के तेलपा दियारा में गायब हो गया.
4 मई से कंट्रोल रूम का ड्रोन से नहीं हो पाया संपर्क
ड्रोन पटना से ही उत्पाद विभाग के कंट्रोल रूम से ऑपरेट होता था. कंट्रोल रूम का ड्रोन से 4 मई से संपर्क नहीं हो पाया है. वैसे कोयलांचल में कोयला माफिया और कोयला तस्कर प्रबंधन को धमका रहे हैं कि अगर ड्रोन उड़ाया तो खैर नहीं. आउटसोर्सिंग कंपनियों का उत्पादन तक बाधित करते रहे हैं.
रिपोर्ट- सत्यभूषण सिंह
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