पटना(PATNA):बिहार में जातीय गणना पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार पटना हाईकोर्ट से लगे स्टे के बाद भी राजनीतिक पार्टियां इस पर बयानबाजी कर रही है. 19 मई शुक्रवार को पटना में बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने जाति आधारित गणना पर रोक लगाने को लेकर बड़ा बयान दिया. जिसके बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है.
जाति आधारित गणना बिहार की जनता का डिमांड है- श्रवण कुमार
श्रवण कुमार ने कहा कि जातीय गणना का मामला अभी कार्ट में है. लेकिन इतना जरूर कह सकते हैं कि बिहार की सीएम नीतीश कुमार की मंशा थी कि जाति आधारित गणना बिहार की जनता का डिमांड है. और उस पर नीतीश जी ने अमल किया. कोर्ट का निर्णय आएगा तो निश्चित रूप से इस काम को आगे बढ़ाया जाएगा.
बिहार में कानून का राज है- श्रवण कुमार
वहीं बागेश्वर बाबा पर 1000 का जुर्माना लगाए जाने पर बयान देते हुए मंत्री ने कहा कि अगर अभी हम गाड़ी में बैठेंगे और बेल्ट नहीं लगाएंगे. तो आप लोग कहिएगा की मंत्री गाड़ी में बिना सीट बेल्ट लगाकर घूम रहे हैं. बिहार में कानून का राज है. और कानून के हिसाब से बिहार में सब काम हो रहा है. तो निश्चित तौर पर चाहे नेता हो , चाहे बाबा हो ,चाहे जनता हो या फिर अधिकारी सबको नियम का पालन करना चाहिए.
आरसीपी सिंह की स्थिति तो बद से बदतर होती चली जा रही है- श्रवण कुमार
वहीं आरसीपी सिंह पर जोरदार हमला बोलते हुए श्रवण कुमार ने कहा अभी जो बीजेपी में गए हैं. एक से दो महीना में उनको पता चल जाएगा कि तार पर चढ़े हुए थे, और खजूर पर आकर गिरे हैं. अब उससे भी नीचे गिर जायेंगे. उनकी स्थिति तो बद से बदतर होती चली जा रही है. नीतीश कुमार को पूरा देश और दुनिया जानती है.
सुशील मोदी भीतर से जाति आधारित गणना के खिलाफ है- श्रवण कुमार
वहीं सुशील मोदी के जातीय जनगणना वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रवण कुमार ने कहा शायद वह भूल चुके हैं तो उनको याद रखना चाहिए कि बिहार में सभी पॉलिटिकल पार्टी के नेताओं के साथ नीतीश कुमार ने बैठक किया था. और जातीय गणना पर अंतिम निर्णय लिया थधा. सुशील मोदी भीतर से जाति आधारित गणना के खिलाफ है. और उनकी पूरी पार्टी खिलाफ है.
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