मुजफ्फरपुर(MUZAFFARPUR): राजद नेता और कुढ़नी के निवर्तमान विधायक अनिल सहनी ने नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोला है. उन्होंने कहा कभी अगड़ा पिछड़ा और दलित के बीच नरसंहार होता था. यह पहली घटना है जब शराब के माध्यम से नरसंहार किया गया है. छपरा में जहरीली शराब से मृतकों की संख्या अब 50 हो गई है.
राजद नेता और कुढ़नी के पूर्व विधायक अनिल सहनी ने मुख्यमंत्री के खिलाफ लगभग मोर्चा ही खोल दिया है. मुजफ्फरपुर में पत्रकारों के सवाल देते हुए अनिल सहनी ने बताया की हम तो लगातार शराबबंदी के खिलाफ आवाज उठाए हैं. जब हम विपक्ष में थे तब भी और जब आज साथ में हैं तब भी. हम कहते रहे की इसकी समीक्षा होनी चाहिए .
नीतीश जिद्द छोड़कर शराबबंदी पर करें समीक्षा
उन्होंने कहा कि आजतक हम सुनते थे की अगड़े पिछड़े में नरसंहार हुआ ,दलित और पिछड़े के बीच नरसंहार हुआ , बैकवर्ड फॉरवर्ड के बीच नरसंहार हुआ, पर आज पहली बार देख रहे हैं की शराब के माध्यम से नरसंहार हुआ है.
छपरा के अंदर जो कांड हुआ है उसमे पचास से अधिक लोगों की मौत हुई है और कई अन्य इलाजरत हैं । इस घटना में दलित शोषित,पिछड़ा ,अतिपिछड़ा की ही मौत अधिक संख्या में हुई है. मैं पुनः नीतीश कुमार जी से आग्रह करता हूं की अपना जिद छोड़ें और इसपर पुनः समीक्षा करें .
भाजपा के राष्ट्रपति शासन के मांग पर कहा की यह भाजपा की मांग है जिसकी अहमियत नहीं है. यह कोई उपाय नहीं है ,सवाल उठता है की शराब आ कहां से रहा है ? इसकी समीक्षा होनी चाहिए. अभी तक किसी एसपी,किसी कलक्टर या बड़े अधिकारी पर कोई कारवाई हुई है क्या ?
अवैध शराब को लेकर चलाया जा रहा सिंडीकेट
अपने अगले बयान में अनिल सहनी ने भी सिंडीकेट की चर्चा कर दी. कुढ़नी उपचुनाव के दौरान भाजपा नेताओं द्वारा सिंडीकेट की चर्चा होती रही पर अब महागठबंधन के नेता सिंडीकेट का आरोप लगा रहे हैं . अनिल सहनी साफ तौर पर कहते हैं की अवैध शराब सिंडीकेट के माध्यम से आता है और इसकी जांच होनी चाहिए कि सिंडीकेट में कौन कौन शामिल है. पूरे बिहार में अवैध वसूली हो रहा है और सिंडीकेट अपना काम कर रहा है.
पूरे प्रकरण के लिए कौन जिम्मेवार है ?
अनिल सहनी ने साफ तौर पर कहा की सिंडीकेट का फलना फूलना ,अवैध वसूली के लिए सरकार की जो व्यवस्था बनी हुई है वह जिम्मेवार है.
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