हंगामा क्यों बरपा? आपत्ति नीतीश के "कोक शास्त्रीय" ज्ञान पर या आरक्षण विस्तार से संताप में है भाजपा

बिहार और बिहारी समाज की समझ रखने वाले यह जानते ही कि सीएम नीतीश की भदेश भाषा बहुत दिनों तक भाजपा को राहत देने नहीं जा रही है, उसे तो उन चुनौतियों से टकराना ही होगा जो सीएम नीतीश के तरकश से निकल चुका है. और राज्य दर राज्य उसकी चपेट में आते जा रहे हैं, और हालत इतनी पतली हो गयी है कि अमित शाह को भी उस तेलांगना में पिछड़ा सीएम बनाने का दावा करना पड़ा रहा है, जहां भाजपा का खाता खुल जाय यही उसके लिए आज की सबसे बड़ी चुनौती है.

हंगामा क्यों बरपा? आपत्ति नीतीश के "कोक शास्त्रीय" ज्ञान पर या आरक्षण विस्तार से संताप में है भाजपा