वर्चस्ववादी जातियां बाहर! सत्ता की चाभी अब दलित-अतिपिछड़ों के हाथ! भीम संवाद के पीछे क्या है सीएम नीतीश की मंशा

सीएम नीतीश की नजर जातीय जनगणना और पिछड़ों के आरक्षण विस्तार के बाद इस दलित जमात पर लगी हुई है. हालांकि नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को सीएम बनाकर दलितों के बीच अपनी एक पहचान जरुर स्थापित किया था, लेकिन हालिया दिनों में जिस प्रकार से उन्होंने बेवजह तू तू मैं की स्थिति पैदा की, इससे बचा भी जा सकता है, बावजूद इसके सीएम नीतीश ने अब भीम संवाद का सम्मलेन कर एक सियासी दांव जरुर खेला है.

वर्चस्ववादी जातियां बाहर! सत्ता की चाभी अब दलित-अतिपिछड़ों के हाथ! भीम संवाद के पीछे क्या है सीएम नीतीश की मंशा