रांची(RANCHI)- हेमंत सरकार के द्वारा लायी गयी 60: 40 की नियोजन नीति पर मचे कोहराम के कारण मध्य भारत रेलवे ने 11 जून को होनी वाली वंदे भारत ट्रेन के ट्रायल को बदलते हुए अब 12 जून को करवाने का फैसला किया है.
ट्रेन की खासियत
आईये हम देखते हैं कि क्या है इस ट्रेन की खासियत और इसके परिचालन से पटना रांची रुट के यात्रियों को कितना लाभ होगा. यदि अभी हम जनशताब्दी की बात छोड़ दें तो लगभग सभी ट्रेनें रांची पटना की यह दूरी करीबन 10 से 12 घंटों में पूरा करती है. जनशताब्दी यह दूरी करीबन 8 घंटों में पूरा करती है, लेकिन वंदे भारत ट्रेन से यह दूरी आप महज 6 घंटे पांच मिनट में ही पूरा कर सकते हैं.
देखने को मिलेगा भारतीय रेलवे का अलग नजारा
वंदे भारत आपको भारतीय रेलवे का एक बदला हुआ नजारा पेश करता है, यहां हर सीट के नीचे यात्रियों की सुविधा के लिए चार्जिग प्वाइंट्स बनाये गये हैं, साथ ही आपके सामने 32 इंच का चमकता टीवी स्क्रीन होगा, सामने वाले किसी ट्रेन से इसकी टक्कर नहीं हो, इसके लिए इसमें सुरक्षा कवच लगाया गया है. ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद तो इस सुरक्षा कवच की चर्चा और भी तेज हो गयी है. इसका गेट भी फुली ऑटोमेटिक हैं, जो स्टेशन आते ही स्वत: खुल जायेगा और ट्रेन चालू होने के पहले अपने आप बंद हो जायेगा. युवाओं को वंदे भारत का सीट भी बेहद आकर्षित करेगा, यहां आप अपनी सीट को 180 डिग्री पर रोटेट कर सकते हैं. और रही स्पीड की बात तो यह मात्र 52 सेंकेड में 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ लेती है. इस प्रकार यह ट्रेन आपको मंनोरजन और पूरी सेफ्टी के साथ महज 6 घंटों में रांची से पटना पहुंचायेगा, हालांकि उसके लिए 800 से 1100 रुपये का भुगतान करना होगा, जबकि दूसरी ट्रेनों में आप महज 200 से 500 सौ रुपये यह यात्रा कर सकते हैं.
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