रांची(RANCHI)- समाज कल्याण विभाग के पूर्व निदेशक छवि रंजन और पूर्व खनन सचिव पूजा सिंघल के बाद अब झारखंड के गृह सचिव अविनाश कुमार पर भी ईडी की तलवार लटकी नजर आने लगी है. सूत्रों का दावा है कि ईडी के पास अविनाश कुमार की पूरी कुंडली जमा हो गयी है और किसी भी वक्त अविनाश कुमार को अपना अगला शिकार बना सकती है.
बताया जा रहा है कि उर्जा सचिव और गृह सचिव की दोहरी भूमिका का निर्वाह कर रहे अविनाश कुमार ने वर्ष 2013/14 में बड़गाई अंचल में अपनी पत्नी प्रीति कुमारी के नाम एक जमीन की खरीद की थी. उसी जमीन पर आज के दिन बर्लिन अस्पताल का संचालन किया जा रहा है. ईडी की नजर अब बर्लिन अस्पताल की इसी जमीन पर है, इस जमीन की खरीद करीबन एक करोड़ रुपये में की गयी थी, लेकिन इसका भुगतान बैंक के माध्यम से नहीं कर नगद किया गया था. आज के दिन इस जमीन की कीमत करीबन तीन करोड़ रुपये आंकी जा रही है.
जमीन खरीद को सीधे सीधे मनी लॉन्ड्रिंग से जोड़ना मुश्किल
हालांकि जमीन की इस खरीद को सीधे सीधे मनिलाड्रिंग सो जोड़ना थोड़ा मुश्किल है. क्योंकि जमीन की की खरीद के वक्त अविनाश कुमार और उनकी पत्नी की आय का स्रोत भी देखना होगा. साथ ही उस वक्त की पारिवारिक परिसंपत्तियों का भी आकलन करना होगा, लेकिन जिस प्रकार से बड़गाय अंचल से कार्यालय से उक्त जमीन से जुड़े दस्तावेजों की मांग की गयी है, उससे साफ संकेत हैं कि ईडी इस मामले को मनिलाड्रिंग से जोड़कर देखने की कोशिश कर रही है. इसके साथ ही ईडी की नजर दूसरे इन्वेस्ट पर भी है. एक-एक प्रोपर्टी को खंगला जा रहा है. उसकी सूची तैयार की जा रही है.
यहां ध्यान रहे कि पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के द्वारा संचालित पल्स हॉस्पिटल को ईडी पहले ही जब्त कर चुकी है. अब ईडी की चहलकदमी के बाद बर्लिन अस्पताल पर संकट गहराता नजर आने लगा है.
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