टीएनपी डेस्क (TNP DESK)- अपने लद्दाख दौरे के आखिरी दिन कारगिल में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने यह कहकर सनसनी फैला दी है कि पीएम मोदी के प्रधानमंत्रित्व काल में अब तक हजारों किलोमीटर भारतीय भूमि पर चीन कब्जा कर चुका है. लेकिन चीन के इस दुस्साहस का जवाब देने के बजाय प्रधानमंत्री मोदी इसे नकारने में लगे हैं. जबकि उनका जोर जमीन वापसी पर होना चाहिए था. हमारी बात में कितनी सच्चाई है, इसे कारगिल और लद्दाख के लोग भी जानते हैं.
सैकड़ों किलोमीटर की बाईक की सवारी
यहां ध्यान रहे कि राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से लद्दाख की यात्रा पर हैं, इस दौरान वह लगातार बाइक की सवारी करते देखे जा रहे हैं, अब तक करीबन सात सौ किलोमीटर बाइक की सवारी पर पूरी कर चुके हैं.लद्दाख के बेहद कठीन मौसम में आम लोगों से मुलाकात कर संवाद कायम कर रहे हैं. सेना के जवानों का हौसला आफजाई कर रहे हैं. देश की अखंडता और रक्षा में उनके योगदान की सराहना कर रहे हैं.
हमें आपकी बात सुननी है, मन की बात नहीं करनी
राहुल गांधी ने कहा कि मैं लद्दाख के कोने कोने में गया, लेकिन इस दौरान अपनी बात सुनाने के बजाय उनकी बात सुनना पसंद किया, मैं उन नेताओं में शामिल नहीं हूं, जो मन की बात करते फिरते हैं, हमें तो आपकी बात सुननी है. आपका दुख दर्द समझना है, आप जिन समस्याओं से गुजर रहे हैं, उसे समझना है. उसका समाधान खोजने की कोशिश करना है.
अडाणी-अंबानी को जमीन सौंपने की तैयारी
इस दौरान राहुल गांधी ने लद्दाखवासियों को सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि भाजपा आपकी जमीन को छीन कर अडाणी-अंबानी को सौंपने पर आमादा है. ताकि पूंजिपतियों के बड़े बड़े प्रोजेक्ट खड़ा किया जा सके, लेकिन समस्या यह है कि जमीन तो आपकी जायेगी लेकिन बदले में रोजगार आपके हिस्से नहीं आयेगा. इसका लाभ कुछ चुनिंदा कंपनियों को दिया जायेगा. आपका संकट और भी गहरायेगा. यह हालत देश के दूसरे हिस्सों में भी देखने को मिल रहा है, यहां भी उसी हालात का सामना करना पड़ सकता है.
राहुल गांधी ने यहां एक बार फिर से मुहब्बत की दुकान चलाने की बात कही, उन्होंने कहा कि एक तरफ पूरे देश में भाजपा नफरत की दुकान खोल कर बैठ गयी है, दूसरी तरफ हम मोहब्बत की दुकान खोलने निकले हैं, लद्दाख में यात्रा करना मेरे दिल में था और इस बार मैंने इसे मोटरसाइकिल से पूरा किया.
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