टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-लोकसभा चुनाव के बाद झारखंड में विधानसभा चुनाव भी होना है. राजनीति और इसकी तपिश भी वक्त के साथ परवान चढ़ेगी. लिहाजा इसे लेकर मुक्कमल तैयारी अभी से महागठबंधन कर रही है. पूर्व शिक्षा मंत्री जगरन्नाथ महतो के असमयिक निधन के बाद उनकी जगह भरने की चुनौती भी है. इसके अलावा सराकर में साथ कांग्रेस भी ताकत के साथ दोनों चुनाव में उतरेगी. इसे लेकर संगठन में फेरबदल और सरकार में मौजूद कुछ चेहरों को बदल सकती है . कांग्रेस के इस परिवर्तन की आहट को देखे हुए, उसके विधायक भी अभी से ही अपनी-अपनी मंशा और गोटी फिट करने की जुगत में हैं.
कांग्रेस में हो सकता है बदलाव !
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में एक औऱ देढ़ साल ही बचा हुआ है. इसे देखते हुए हेमंत सरकार कैबिनेट विस्तार करेगी. सरकार में शामिल कांग्रेस भी अपने एक या दे चेहरों को बदल सकती है. फिलहाल, चार कांग्रेस कोटे से सरकार में मंत्री हैं. स्वास्थय मंत्री बन्ना गुप्ता के वायरल वीडियों में एक महिला से चेट के बाद, खलबली मच गई थी. पार्टी की काफी फजीहत और किरकिरी हुई . ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बन्ना की छुट्टी हो सकती है. उनकी जगह कौन होगा या फिर बन्ना ही बने रहेंगे, अभी इसपर साफ तो नही है. लेकिन, आने वाले चुनाव और संगठन की मजबूती को देखते हुए, कांग्रेस कोई भी कदम कमजोर नहीं उठाने वाली है. ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पाण्डेय से लगातार दिल्ली में कांग्रेसी विधायकों का मिलने-जुलने का सिलसिला जारी हैं. सभी अपनी-अपनी महत्वकांक्षाओं को लेकर सेटिंग-गेटिंग करने में लगे हैं. हाल में कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने भी उनसे मुलाकात की. ऐसी चर्चा है की राजेश ठाकुर की जगह बंधु पूर्णकालिक अध्यक्ष बनने की ख्वाहिश रखते हैं. लिहाजा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर पर इसे लेकर दबाव रहेगा.
हेमंत कैबिनेट का विस्तार !
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कैबिनेट विस्तार जल्द करने की कवायद में होंगे, क्योंकि शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो के निधन के बाद खाली हुई डुमरी सीट को भरना चाहते है. लिहाजा, राज्य सरकार की कोशिश इसे जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने की होगी. ऐसी हवा है कि हेमंत सोरेन जगरनाथ महतो के परिवार से ही किसी को मंत्री पद दें दे. डुमरी में उपचुनाव से पहले ही ऐसा करना चाहते हैं . ऐसा इसलिए ताकी चुनाव में उनका दावा और सहानुभूति की लहर कायम रहें. इसके पीछे जेएमएम की मंशा लोकसभा चुनाव में भी फायदा लेने की है. ताकि एक साफ और मजबूत संदेश मतदाताओं के बीच जाए. झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार अपने संगठन और पार्टी को मजबूत करने के लिए हर मुमकिन कोशिश में लगी है. इसके साथ ही केन्द्र में बीजेपी को हटाने के लिए महागठंबंधन में शामिल भी हो चुकी है, जिसकी 23 को पटना में महजुटान होगी, जिसमे वे शिरकत करेंगे.
रिपोर्ट-शिवपूजन सिंह
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