एक मुलाकात सब पड़ भारी! चलो बुलावा आया है, ईडी ने बुलाया है, देखिये कब किसकी पारी

यहां बता दें कि यह वह दौर था पंकज मिश्रा का बयान हर दिन अखबारों की सुर्खियां बनता था, वह हर दिन एक नयी शब्दावली के साथ ईडी को चुनौती पेश कर रहे थें, मुकाबला करने की भाषा बोली जा रही थी. यही कारण था कि हर कोई यह मान कर चल रहा था कि पंकज मिश्रा से मुलाकात करना कोई जोखिम भरा कार्य नहीं है. यह महज कुछ दिनों की बात है. फिर सब कुछ सामान्य होगा, पंकज मिश्रा की राजनीतिक रसूख पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.

एक मुलाकात सब पड़ भारी! चलो बुलावा आया है, ईडी ने बुलाया है, देखिये कब किसकी पारी