रांची (RANCHI): उत्तराखंड के उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में 12 दिनों से फंसे 41 मजदूरों के रेस्क्यू करने का काम जोरों से किया जा रहा है. बीते गुरूवार को मजदूरों को रेस्क्यू करने के लिए 18 मीटर की खुदाई शुरू की गई थी. जो अभी तक लगातार जारी है. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मजदूरों को शुक्रवार देर रात तक निकाल लिया जाएगा. वहीं आपकों बता दें कि इस हादसे में सबसे अधिक संख्या में बिहार औऱ झारखंड के मजदूर फंसे हुए है. ऐसे में वहां फंसे लोगों के परिवार वालों में आस जगी है कि जल्द ही इस हादसे के शिकार उनके परिवार के लोग उनके साथ होंगो. राजधानी रांची के ओरामांझी स्थित खेराबेरा गांव में भी बेचैनी खड़ी कर दी है.
जिंदगी औऱ मौत से जूझ रहे रांची के तीन मजदूर
दरअसल उस टनल में राजधानी रांची के ओरामांझी थाना क्षेत्र के खिराबेरा गांव के 3 लोग फंसे हुए है. जानकारी के अनुसार खिराबेरा गांव से टनल में काम करने के लिए कुल 15 लोग गए हुए थे. जिस में से तीन मजदूर टनल के अंदर फंसे हुए है. जिनमें अनिल बेदिया, राजेंद्र बेदिया औऱ सुखराम बेदिया जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं.
घर में पसरा सन्नाटा
इस घटना के बाद से खिराबेरा गांव में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं मजदूर के परिवार वालों का कहना है कि जब से यह हादसा हुआ है, उनके घर में चूल्हा तक नहीं जला है. सभी यह आस लगाए भगवान से प्रार्थना कर रहे है कि उनका घर का बेटा जल्द ही उस टनल से सुरक्षित बाहर आ जाए.
रिपोर्ट. समीर हुसैन
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