धनबाद(DHANBAD): कोयला मजदूरों के 11 वें वेतन समझौता के लिए कोलकाता में बुधवार को हुई बैठक बेनतीजा रही. नतीजा हुआ कि मजदूर संगठनों ने आंदोलन की राह पकड़ ली है. बुधवार को कोलकाता में हुई जेबीसीसीआई की बैठक में कोल इंडिया प्रबंधन के रुख के खिलाफ मजदूर संगठनों ने बैठक का बहिष्कार कर आंदोलन का ऐलान कर दिया. पहले चरण में 9 दिसंबर को पूरे कोल इंडिया में विरोध दिवस मनाया जाएगा. वही ,अगले साल जनवरी को यूनियनों का एक संयुक्त सम्मेलन रांची में होगा और आगे की रणनीति तय की जाएगी. आपको बता दें कि कोयला मजदूरों के वेतन समझौता के लिए यह सातवीं बैठक थी. बैठक में प्रबंधन मिनिमम गारंटी बेनिफिट 10% देने को तैयार था जबकि यूनियनों का कहना है कि मिनिमम गारंटी बेनिफिट 28% होनी चाहिए. हालांकि 28% मिनिमम गारंटी बेनिफिट देने में प्रबंधन ने तकनीकी अड़चन बताया, उसके बाद बात बिगड़ गई और मजदूर संगठन के लोग आंदोलन की राह पकड़ लिए हैं. अब देखना है कि फिर बैठक होती है अथवा मजदूर संगठनों और प्रबंधन के बीच इसी प्रकार खींचतान चलती रहती है. वैसे बुधवार की बैठक पर कोयला मजदूरों की नजरें टिकी हुई थी. उम्मीद थी कि बात कुछ आगे बढ़ेगी और अगली एक दो बैठक में समझौता हो जाएगा ,लेकिन बात कुछ भी आगे नहीं बढ़ी, जहां पहले थी वही रुकी रही.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद