रांची (RANCHI): 10 दिनों से मोराबादी मैदान में आंदोलन कर रहे है. झारखंड सहायक पुलिस कर्मी के सब्र का बांध टूटता दिख रहा है. अब पुलिस को चकमा देते हुए विधान सभा के करीब पहुंच गए. विधानसभा के रास्ते में हर और सहायक पुलिसकर्मी पोस्टर बैनर लेकर घरने पर बैठे दिख रहे हैं. पुलिसकर्मियों को रांची के सिटी एसपी ग्रामीण एसपी समझा कर हटाने की कोशिश में लगे हैं. लेकिन सभी अपनी मांगों को लेकर सहायक पुलिसकर्मी डटे हुए है.
किसके पास लगाए इंसाफ की गुहार – सहायक पुलिस
सहायक पुलिस कर्मियों का कहना है की 10 दिनों से मोराबादी मैदान में बैठे हैं. कोई भी सुनने वाला नहीं मिला एक दिन की भूख हड़ताल भी किया. कई पुलिस बेहोश हो गए बावजूद सत्ता में काबिज कोई भी विधायक या नेता उनसे मुलाकात कर हल जन तक नहीं पहुंचा. हर बार सिर्फ आश्वासन दिया जाता है. लेकिन आगे कोई पहल नहीं होती है, आखिर किसके पास अपने इंसाफ की गुहार लगाए.
वर्दी-ए-इंसाफ का पोस्टर लेकर 2200 सहायक कर्मी विधानसभा परिषद पहुंचे
वर्दी-ए-इंसाफ का पोस्टर बैनर लेकर सभी 2200 सहायक पुलिसकर्मी विधानसभा परिषद के अंदर सड़क पर बैठे हुए. उनका कहना है कि इस सड़क से ही मुख्यमंत्री से लेकर तमाम विधायक गुजरेंगे तो शायद उनकी नजर यहां पर पड़े, तो उनके दर्द को जानने की कोशिश करें. जो वादा सत्ता में आने से पहले हेमंत सोरेन ने किया था. उसे वादे को भी याद कर रहे हैं कि अब मुख्यमंत्री बने 4 साल गुजर गए. लेकिन उनकी मांगों पर सरकार अब तक मोहर नहीं लगा पाई है.
रिपोर्ट. समीर हुसैन