चाईबासा (CHAIBASA) : पश्चिमी सिंहभूम जिला में इन दिनों कार्यालय के बगल में घोटाला चल रहा है मगर अधिकारियों को इस बात की जानकारी नहीं है. भूमी संरक्षण विभाग के द्वारा तालाब निर्माण के नाम पर बड़ा घोटाला किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में अंबेडकराई पार्टी ऑफ इंडिया के सिंहभूम लोकसभा प्रभारी रामहरि गोप ने उपायुक्त से उच्चस्तरीय जांच कराने मांग की है. साथ ही यह भी कहा गया कि 15 दीन के अंदर यदि मामले की जांच नहीं हुई तो हमारी पार्टी समाहरणालय के समीप अनिश्चितकालीन धरना देने को बाध्य होगी.
जानिए पूरा मामला
पश्चिमी सिंहभूम जिला में जिस तालाब का जीर्णोद्वार किया गया है उसमें केवल नाम मात्र का ही खुदाई की गई है. लेकिन इसे जमीनी स्तर से 4 फीट ऊंचा दर्शाया गया है. लोगों का कहना है कि इन सभी तालाबों का जीर्णोद्वार विभागीय पदाधिकारियों एवं बिचौलियों के मिलीभगत से हो रहा है. पानी पंचायत के अध्यक्ष-सचिव एवं सदस्यों को इसकी जानकारी तक नहीं हो पाती है. बहुत सारे पानी पंचायत के अध्यक्ष-सचिव तो भूमि संरक्षण विभाग का कार्यालय तक नहीं पहुँच पाते हैं, सारा खेल बिचौलियों के द्वारा ही होता है.
घोटाले का पर्दाफाश
उपायुक्त दिए गए पत्र में कहा गया है कि भूमि संरक्षण विभाग चाईबासा द्वारा इस जिले में जितने भी बंजर भूमि राइसफेलो योजना अंतर्गत सरकारी/निजी तालाबों का जीर्णोद्धार हो रहा है, उन सभी तालाबों का उच्च स्तरीय टीम बनाकर जाँच कराया जाए जिससे घोटाला का पर्दाफाश हो सकता है.
रिपोर्ट: संतोष वर्मा