पलामू में लहलहा रही तुलसी की खेती, किसानों को हो रहा बंपर लाभ


पलामू (PALAMU) : किसानों में वैकल्पिक खेती की ओर रुझान बढ़ा है. इसी का परिणाम है कि पलामू के किसान तुलसी जैसे औषधीय फसलों की खेती में जुटे हैं. पलामू जिले के हुसैनाबाद प्रखंड अंतर्गत दंगवार, डुमरहाथा के 20 किसानों ने अपनी 10 एकड़ से अधिक की भूमि पर तुलसी की खेती प्रारंभ की है. फसल भी तैयार हो चुकी है. औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी की खेती किसानों को व्यवसायिक दृष्टिकोण से मजबूत बनाएगी और किसानों के लिए समृद्धि का द्वार खुलेगी. पहली बार में ही तुलसी की अच्छी खेती देखकर किसानों में काफी उत्साह व्याप्त है.
खेती की रखवाली की भी जरूरत नहीं
किसानों ने बताया कि धान, गेंहू आदि अन्य दूसरी फसलों को मवेशी और नीलगाय से नष्ट होने के कारण उसे घेरान आदि लगाकर इसकी सुरक्षा की जरुरत पड़ती है. विशेषकर, इस क्षेत्र में नीलगाय से फसल को क्षति का डर रहता है, जबकि तुलसी की खेती के लिए रखवाली करने की भी आवश्यकता नहीं होती है. इसे ना तो मवेशी खाते हैं और ना ही नीलगाय खाते हैं.
दो कटिंग लेते हैं किसान, 2 हजार रुपए प्रति लीटर तक बिकती है ऑयल
किसानों ने बताया कि तुलसी की खेती एक बार करने के बाद वे उसका दो कटिंग लेते हैं. इसकी खेती के लिए जुलाई-अगस्त माह को अनुकूल माना जाता है. किसानों के अनुसार एक एकड़ की भूमि पर उत्पादित तुलसी से 25 से 30 लीटर तेल निकलता है. वहीं दूसरी कटिंग लेने पर 15 से 20 लीटर ऑयल निकलता है. तुलसी के तेल का व्यापारी खुद ही किसानों के घर से उठाव करते हैं. किसान तुलसी के बीज भी निकाल रहे हैं, ताकि पलामू के दूसरे किसानों को भी इसका बीज आसानी से उपलब्ध हो सके.
जिला प्रशासन का मिला साथ, तो किसानों का बढ़ा मुनाफा
पलामू प्रमंडल के किसान आत्मनिर्भर बनें, उनकी आय दोगुनी हो, इसके लिए स्थानीय जिला प्रशासन भी कदम उठा चुकी है. पलामू में तुलसी, पिपरमिंट आदि औषधीय पौधों की खेती विस्तारित हो, इसके लिए जिला प्रशासन लगातार कार्य कर रही है. पलामू में उत्पादित तुलसी, पिपरमेंट आदि का ऑयल यहीं निकाला जा सके, इसके लिए लगातार कोशिश हो रही है. किसानों को दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़े. इसके लिए पलामू जिला प्रशासन ने विशेष केंद्रीय सहायता योजना के अंतर्गत हुसैनाबाद प्रखंड के दंगवार पंचायत के नदियाईन में एक ऑयल एक्सट्रैक्शन प्लांट का अधिष्ठापन किया है. प्रमंडलीय आयुक्त जटा शंकर चौधरी ने कहा कि पलामू में काला तुलसी, पिपरमिंट आदि औषधीय पौधों की खेती का फैलाव होने से इस क्षेत्र की आर्थिक दशा सुधरेगी. जिला प्रशासन की ओर से एक्सट्रैक्शन प्लांट लगाया गया, जिसके माध्यम से किसान तुलसी का ऑयल निकालने का कार्य कर रहे हैं.
रिपोर्ट: समीर हुसैन, पलामू
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