रांची (RANCHI) : झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को ईडी ने हिरासत में ले लिया है. लगभग 30 घंटे की छापेमारी के बाद ईडी ने उन्हें हिरासत में ले लिया है. इस बात की जानकारी के बाद ब्यूरोक्रेट्स में सनसनी मची हुई है. गिरफ़्तारी के बाद उन्हें ईडी ऑफिस ले जाया गया. जहां उनकी मेडिकल जांच की जाएगी .मेडिकल जांच के बाद उन्हें ईडी के स्पेशल कोर्ट ले जाया जा सकता है. सूत्रों की माने तो ईडी उन्हें रिमांड पर ले सकती है ताकि मामले को लेकर आगे की पूछताछ जारी रखी जा सके. बता दें कि लगातार दो दिनों से ईडी की टीम वीरेंद्र राम के रांची, जमशेदपुर सहित देश भर में उनके कुल 24 ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. बीते दिन की शाम ईडी ने उन्हें हिरासत में लिया था. जिसके बाद भी लगातार उनके रांची अशोक नगर आवास पर छापेमारी की जा रही थी. आय से अधिक संपत्ति और धन शोधन के मामलों को लेकर ईडी यह कार्रवाई कर रही है.
डायरी खोल सकती है कई राज़
इस छापेमारी में ईडी को एक डायरी भी हाथ लगी है. इस डायरी के हाथ लगते ही कई राजनेता और अधिकारियों के हाथ पैर फूलने लगे है. डायरी में सभी लोगों के हिसाब किताब लिखा हुआ है. इस छापेमारी के बीच मंत्री आलम गीर आलम का नाम भी मामले से जोड़ा जा रहा है.
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करोड़ों की बेनामी संपत्ति जब्त
अब तक की छापेमारी में ईडी को इनके पास करोड़ों की बेनामी संपत्ति का ब्योरा मिला है. इंजीनियर बड़े बंगले और महंगी गाड़ियों के शौकीन हैं. इनके विभिन्न ठिकानों पर कई महंगी गाड़ी ईडी को मिली है. इसके अलावा करोड़ों के हीरे जवाहरात भी बरामद किये गए हैं. मुख्य अभियंता पर जितना भ्रष्टाचार का आरोप लगा सरकार उन्हें उतना ही पद से नवाजती गई. यह वहीं मुख्य अभियंता हैं जिनपर कई भवन निर्माण में मोटी रकम लेने का आरोप है. इसके अलावा बूंडु तमाड़ पुल गिरने के बाद जांच का जिम्मा भी इन्हें दिया गया था, लेकिन इंजीनियनर साहब ने इस मामले को भी ले दे कर मैनेज कर लिया. आज तक इसकी जांच रिपोर्ट नहीं आई.