रांची (RANCHI) : झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के 24 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी दूसरे दिन भी जारी है. ईडी को वीरेंद्र राम के पास अकूत संपत्ति होने के सबूत मिले हैं. इस छापेमारी में ईडी को एक डायरी भी हाथ लगी है. इस डायरी के हाथ लगते ही कई राजनेता और अधिकारियों के हाथ पैर फूलने लगे है.डायरी में सभी लोगों के हिसाब किताब लिखा हुआ है. इस छापेमारी के बीच मंत्री आलम गीर आलम का नाम भी मामले से जोड़ा जा रहा है. मामले में मंत्री का नाम आने से अब सवाल उठ रहा है कि आखिर भ्रष्टाचारी इंजीनियर पर मंत्री आलमगीर आलम मेहरबान क्यों हैं? ईडी की छपेमारी पिछले 27 घंटों से मुख्य अभियंता के ठिकानों पर जारी है. आज सूचना है कि इनके CA के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी शुरू कर दिया है. सूत्रों की माने तो ईडी मुख्य अभियंता को गिरफ्तार कर सकती है.
करोड़ों की बेनामी संपत्ति जब्त
अब तक की छापेमारी में ईडी को इनके पास करोड़ों की बेनामी संपत्ति का ब्योरा मिला है. इंजीनियर बड़े बंगले और महंगी गाड़ियों के शौकीन हैं. इनके विभिन्न ठिकानों पर कई महंगी गाड़ी ईडी को मिली है. इसके अलावा करोड़ों के हीरे जवाहरात भी बरामद किये गए हैं. मुख्य अभियंता पर जितना भ्रष्टाचार का आरोप लगा सरकार उन्हें उतना ही पद से नवाजती गई. यह वहीं मुख्य अभियंता हैं जिनपर कई भवन निर्माण में मोटी रकम लेने का आरोप है. इसके अलावा बूंडु तमाड़ पुल गिरने के बाद जांच का जिम्मा भी इन्हें दिया गया था, लेकिन इंजीनियनर साहब ने इस मामले को भी ले दे कर मैनेज कर लिया. आज तक इसकी जांच रिपोर्ट नहीं आई.
अभियंता ने की थी सुरक्षा की मांग
इस मामले से अब मंत्री आलाम गिर आलम का भी नाम जुडने लगा है. एक पत्र सामने आया है, जिसमें आलमगीर आलम ने मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के लिए सुरक्षा की मांग की थी. मंत्री आलम गीर आलम ने यह पत्र तत्कालीन झारखंड पुलिस के डीजीपी को लिखा था. यह चिट्ठी दो वर्ष पुरानी है इसमें 2021 का जिक्र है. इसी चिट्ठी को लेकर अब मंत्री आलम गीर आलम पर सवाल उठाया जा रहा है. इसके पीछे भी एक कारण है. वह कारण है कि आलमगीर आलम ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री हैं. वहीं जिस मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के ठिकानों पर छापेमारी चल रही है, वो ग्रामीण विकास विभाग का ही मुख्य अभियंता है. पहले से ही वीरेंद्र राम के राजनीतिक रसूख का जिक्र होता रहा है. कहा जाता है कि सरकार किसी की भी रहे, वीरेंद्र राम सभी के चहेते रहे हैं. इसी कारण से आलम गीर आलम पर सवाल उठाया जा रहा है. सवाल उठ रहा है कि कहीं इंजीनियर के साथ मंत्री की भी मिलीभगत तो नहीं? और अगर ऐसा नहीं है तो फिर मंत्री ने इंजीनियर के लिए सुरक्षा की मांग क्यों की थी? क्या इंजीनियर मंत्री के इतने करीबी हैं कि मंत्री खुद उनके लिए झारखंड के डीजीपी से पुलिस प्रोटेक्शन की मांग कर रहे थे? इन सब सवालों को लेकर मंत्री आलमगीर पर सवाल उठ रहे हैं.
सामने आया मंत्री का नाम
बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी आलम गीर आलम को लेकर सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मंत्री आलमगीर जी, आप तो पहले से पंकज मिश्रा के साथ टॉल टैक्स मामले में फँसे हुए हैं. उपर से ये नई मुसीबत! ग्रह-दशा ठीक नहीं चल रहा आपका. धनवान बनने के लालच में उम्र के इस पड़ाव में जेल जाने के लिये काहे एक के बाद आत्मघाती उठा रहे आप? अब ईडी की रडार पर कई अधिकारी और राजनेता भी आगए है. इनके हाथ पैर फूलने लगे हैं. हो सकता है कि ईडी आज मुख्य अभियंता को गिरफ्तार कर ले.लेकिन इनसे पूछताछ अभी लंबी चलने वाली.
रिपोर्ट : समीर हुसैन, रांची
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