Patna-अब तक आपने ऑपेरशन लोटस का नाम सुना होगा, आज ही दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल ने यह दावा कर सबको चौंका दिया कि उनके विधायकों को भाजपा की ओर से पार्टी का टिकट और 25 करोड़ रुपये का ऑफर देकर 2024 के घमासान के पहले दिल्ली की सरकार गिराने की साजिश रची जा रही है, लेकिन अब खबर यह है कि इधर पटना में ऑपेरशन तीर को अंजाम देने के लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और वर्तमान में सीएम नीतीश के खासमखास रहे अशोक चौधरी को आगे कर दिया गया है.
पीएम फेस से इंकार तो हमलावर हुए सीएम नीतीश
खबर है कि पांचवी वार पालाबदल को अंजाम देने की कवायद में जुटे सीएम नीतीश कुमार, इस पटकथा को अंजाम देने के पहले एक और सियासी पटकथा लिखने की तैयारी में हैं, उनकी नजर कांग्रेस के 19 विधायकों पर टिकी हुई है, उनकी कोशिश कांग्रेस के 19 विधायकों को अपने पाले में खड़ा कर बिहार में कांग्रेस की सियासी जमीन को कुतर कर इंडिया गठबंधन का संयोजक और पीएम फेस का चेहरा नहीं बनाने जाने की पूरी कीमत वसूलने की है. और इस पूरे ऑपेरशन तीर की कमान अशोक चौधरी को सौंप दी गयी है. जैसे ही कांग्रेस को इस बात की भनक लगी कि सीएम नीतीश कांग्रेसी विधायकों को भी अपने साथ ले जाने की रणनीति तैयार कर चुके हैं. कांग्रेस ने आनन-फानन में अपने सभी विधायकों को राजधानी पटना से तीन सौ किलोमीटर दूर पुर्णिया पहुंचने का आदेश दे दिया. खबर यह है कि अब तक कांग्रेस के 10 विधायक पूर्णिया पहुंच भी चुके हैं. जहां उन्हे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के एक करीबी के होटल में ठहराया गया है. जबकि कई विधायकों के बारे में दावा किया जा रहा है कि वह इस वक्त रास्ते में हैं, और कुछ ही घंटों में पूर्णिया पहुंच सकते हैं.
तीन फरवरी को पूर्णिया में है कांग्रेस की रैली
यहां ध्यान रहे कि तीन फरवरी को पूर्णिया में कांग्रेस की एक बड़ी रैली भी है. जिसमें कांग्रेस नेताओं के साथ ही उपमुख्यमंत्री तेजस्वी भी शिरकत करेंगे. इसके साथ ही पूर्णिया को आज के दिन कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, और यही कारण है कि इस रैली के बहाने कांग्रेस अपने सारे विधायकों को पूर्णिया ले जाना चाहती है, ताकि उसके नीतीश की तीर के बचाया जा सके.