TNPDESK-बेंगलुरु बैठक के बाद आज 108 दिनों के बाद दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक होने वाली है, विपक्षी दलों के तमाम नेता दिल्ली की ओर कूच कर चुके हैं, पटना से भी सीएम नीतीश सहित तेजस्वी यादव और लालू यादव कल ही दिल्ली पहुंच चुके हैं, माना जा रहा है कि आज की बैठक में भाजपा के खिलाफ वन टू वन उम्मीदवार बनाने पर अंतिम सहमति तैयार कर ली जायेगी और इसके साफ ही यह भी तय हो जायेगा कि कौन सा घटक दल कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगा. दिल्ली के अशोका होटल में करीबन तीन बजे के आसपास इस बैठक की शुरुआत होने वाली है, आज सुबह जब राजधानी पटना में लोगों की नींद टूटी तो सड़कों पर एक निश्चय एक नीतीश के पोस्टर लगे हुए थें, जिसमें सीएम नीतीश को पीएम फेस बनाने की मांग की गयी थी, हालांकि इन बैनरों को किस संगठन के द्वारा लगाया गया, इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है, लेकिन जिस तरह पटना की सड़कों पर इन बैनरों को लगाया गया है, उसके साफ है कि हमेशा की तरह एक बार फिर से सीएम नीतीश को पीएम के रुप में प्रोजेक्ट करने की मांग तेज हो रही है.
गठबंधन के सूत्रधार नीतीश कुमार
यहां ध्यान रहे कि इंडिया गठबंधन मुख्य रुप से सीएम नीतीश के प्रयासों का नतीजा है, जब दूर दूर तक इसकी कहीं इसकी चर्चा नहीं थी, और यह माना जा रहा था कि विपक्ष के पास पीएम मोदी के सामने कोई विकल्प नहीं है, और यह दावा किया जाता है कि इन विपक्षी दलों को एक साथ खड़ा करना बरसाती मेंढ़कों को एक तराजू पर तौलना होगा, लेकिन सीएम नीतीश ने अपना प्रयास जारी रखा और आखिर कर तमाम विपक्षी दल एक साथ एक बैनर के तले खड़ा हो गयें, इस प्रकार इसके सूत्रधार को नीतीश कुमार को लेकर कई चर्चाएं चलती रहती है, दावा किया जाता है कि विपक्षी दल पीएम मोदी के सामने नीतीश कुमार के चेहरे को सामने रख सकते हैं, वहीं दूसरी खबर यह भी है कि अभी पीएम चेहरे की घोषणा नहीं की जायेगी, बल्कि इसके बदले में नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन का राष्ट्रीय संयोजन बना कर उनके कंधों पर इंडिया गठबंधन को चुनाव के दौरान नेतृत्व करने की जिम्मेवारी सौंप दी जायेगी. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि अभी किसी को भी पीएम पद का चेहरा नहीं बनाया जायेगा, इसका फैसला चुनाव परिणाम के बाद ही होगा, अब देखना होगा कि आज की बैठक में अंतिम फैसला क्या होता है. लेकिन इतना निश्चित है कि सीएम नीतीश के कंधों पर किसी बड़ी जिम्मेवारी को सौंपा जा सकता है, खुद लालू यादव भी इसका संकेत दे चुके हैं.