रांची-धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती पर माल्यार्पण करने पहुंचे सीएम नीतीश ने मीडिया कर्मियों पर गहरा तंज कसते हुए कहा कि हम आप लोगों का पूरजोर प्रशंसक है, हालांकि सीएम नीतीश ने मीडिया कर्मियों की ओर से दागे जा रहे किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं दिया.
ध्यान रहे कि विधान सभा में प्रजनन नियंत्रण को लेकर अपने एक विवादित बयान के बाद सीएम नीतीश सुर्खियों में रहे हैं, भाजपा उनके इस बयान को महिलाओं का अपमान के रुप में प्रचारित कर रही है. इसके साथ ही पूर्व सीएम जीतन राम मांझी पर जिस प्रकार से उन्होंने अपना आपा खोया, वह भी मीडिया की सुर्खियां बन गया, और भाजपा सीएम नीतीश के इस बयान को दलितों का अपमान बता कर पूरे बिहार में सीएम नीतीश के खिलाफ एक माहौल तैयार कर रही है.
विधान सभा में अपने विवादित बयान के बाद मीडिया से दूरी बनाये हुए हैं सीएम नीतीश
इन दोनों ही घटनाओं के बाद सीएम नीतीश लगातार मीडिया से दूरी बनाये हुए हैं, हालांकि वह इसके पहले भी मीडिया कर्मियों से इस बात को लेकर शिकायत करते रहे हैं कि मीडिया में बिहार की उपलब्धियों को नहीं दिखलाया जाता. जबकि इसके विपरीत केन्द्र सरकार की वैसी योजनाओं का भी खूब प्रचार-प्रसार किया जाता है, जिसका आम जनों की जिंदगी से कोई वास्ता नहीं होता. सीएम नीतीश पहले भी कई बार इस बात को दुहरा चुके हैं कि भाजपा के दवाब में मीडिया क्षेत्रीय पार्टियों को उचित स्थान नहीं दे रही है, उनकी उपलब्धियां जनता नहीं पहुंच रही है, और पूरे देश में मीडिया के द्वारा सिर्फ भाजपा का गुणगान कर रही है.
सीएम नीतीश के स्थान पर मंत्री अशोक चौधरी ने संभाला मोर्चा
हालांकि सीएम नीतीश के स्थान पर आज मंत्री अशोक चौधरी ने मोर्चा संभाला और मीडिया के सारे सवालों का जवाब दिया. जब अशोक चौधरी से पीएम मोदी के झारखंड दौरे के लेकर सवाल दागा गया तो उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि पीएम मोदी को दस वर्षों के बाद, जब पांच राज्यों में आदिवासी मतदाताओं का साधना है, भगवान बिरसा की याद आ रही है. अशोक चौधरी ने दावा किया कि 70 साल बाद बिहार ने पिछड़ों और दलितों को उनका वाजिब अधिकार दिया है. बिहार में जिस आरक्षण नीति की नींव डाली गयी है, जल्द ही उसकी मांग पूरे देश होगी, आने वाला इतिहास सीएम नीतीश के इस पहल को याद रखेगा.
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