Ranchi- झारखंड में हर पल सियासी हलचल तेज होता जा रहा है, राज्य के मुखिया सीएम हेमंत के उपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, लेकिन इस बीच बड़ी खबर यह आ रही है कि राज्य में नयी सरकार के गठन तक सीएम हेमंत अपना इस्तीफा नहीं देंगे. जैसे ही राज्य के नये मुखिया का शपथ ग्रहण करवाने की औपचारिका पूरी कर दी जाती है, वह अपने इस्तीफे की घोषणा कर देंगे. इस बीच खबर यह हैकि सत्ता पक्ष के सारे विधायक राजभवन जाने की तैयारी में हैं, सीएम हाउस के अंदर विधायकों को राजभवन ले जाने के लिए बसें पहुंच चुकी है, लेकिन खबर है कि राजभवन की ओर से विधायकों को समय नहीं दिया जा रहा है, और इसके कारण राज्य में नई सरकार का गठन में बाधा खड़ी होती नजर आ रही है. हालांकि अभी भी सारे विधायक सीएम हाउस में राजभवन से हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही राज्य भवन से बुलावा आता है, सारे विधायक राज्य भवन की ओर कूच कर जायेंगे, जहां विधायकों के द्वारा अपना शक्ति प्रदर्शन के साथ ही सरकार बनाने का दावा भी पेश किया जायेगा. इस बीच खबर यह भी है कि राज्य के सभी आला प्रशासनिक अधिकारी सीएम हाउस पहुंच चुके हैं, और इसके साथ ही सीएम हेमंत की गिरफ्तारी की आशंका तेज हो गयी चुकी है.
गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा देने की कानूनी बाध्यता नहीं
यहां यह भी याद रहे कि सीएम हेमंत के लिए अपनी गिरफ्तारी के साथ ही इस्तीफे की घोषणा करने की कोई कानूनी बाध्यता नहीं है, मनीष सिसोदिया का मामला इसका ज्वलंत उदाहरण है, आज भी वह जेल के अंदर है, लेकिन उनका मंत्री पद बरकरार है. इस बीच दावा यह भी किया जा रहा है कि महागठबंधन की ओर से सीएम हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन या चंपई सोरेन के नाम को सीएम चेहरे के तौर पर आगे किया जा सकता है, हालांकि अधिकांश विधायकों की चाहत कल्पना सोरेन को राज्य का अगला मुखिया के तौर पर देखने की है. लेकिन यदि कल्पना सोरेन के नाम पर कोई मतभेद की पैदा होती है, तो उस हालत में चंपई सोरेन का नाम आगे किया जा सकता है.
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