कौन है कल्पना! जिस दांव में उलझती नजर आने लगी है भाजपा! आदिवासी-मूलवासियों के साथ ही राज्य की आधी आबादी को साधने का सियासी औजार तो नहीं

एक तो वह उच्च शिक्षित है, इंजीनियरिंग की डिग्री उनके पास है. दूसरी बात यह भी है कि झारखंड गठन के दो दशक गुजरने के बाद भी आज तक इस राज्य को कोई महिला सीएम नहीं मिला है. इस प्रकार कल्पना को आगे कर महागठबंधन आदिवासी-मूलवासी मतों का ध्रुवीकरण करने के साथ ही राज्य की आधी आबादी में भी अपनी पकड़ को मजबूत बना सकता है.

कौन है कल्पना! जिस दांव में उलझती नजर आने लगी है भाजपा! आदिवासी-मूलवासियों के साथ ही राज्य की आधी आबादी को साधने का सियासी औजार तो नहीं