TNP DESK-संत शंकरदेव की जन्मस्थली पर जाने के वैन के बाद अब राहुल गांधी को गुवाहटी शहर में भी प्रवेश की अनुमति से इंकार कर दिया गया है. शहर में प्रवेश रोकने के लिए पुलिस ने सारे रास्ते पर बैरिकेडिंग कर दी है, इस बीच पुलिस और भारत जोड़े यात्रा में शामिल कांग्रेसी कार्यकर्तों के बीच झड़प की भी खबर है, असम पुलिस की इस कार्रवाई की भत्सर्ना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हम उसी रास्ते शहर में जा रहे थें जिस रास्ते से बजरंग दल और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी रैली निकाली थी, लेकिन प्रशासन को उस रैली से कोई आपत्ति नहीं हुई, लेकिन असम सरकार को भारत जोड़े यात्रा से आपत्ति है, उनकी यह सोच समझ से परे हैं.
राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश
इधर असम के सीएम हेमंत विस्व सरमा ने प्रशासन को राहुल गांधी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश देते हुए कहा कि इस प्रकार की नक्सल गतिविधियां कतई स्वीकार नहीं है, पुलिस तत्काल राहुल गांधी के खिलाफ भीड़ का उकसाने का मुकदमा दर्ज करें, और इसके साक्ष्य में कांग्रेस की ओर से जारी वीडियो को कोर्ट में पेश किया जाय. यहां ध्यान रहे कि 21 जनवरी को जैसी ही यह यात्रा असम पहुंची है, राहुल गांधी और हेमंत विस्व सरमा के बीच जुबानी जंग तेज है, कल जब राहुल गांधी असम के महान संत शंकरदेव की जन्म स्थली की ओर कूच करना चाहते थें, तब भी उन्हे इस यात्रा की अनुमति नहीं मिली थी, इसके पहले सीएम हिमंत विस्व सरमा के द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओँ को कई जिलों से दूर रहने की चेतवानी दी गयी थी. और अब उन्हे शहर में प्रवेश की अनुमति देने से इंकार कर दिया गया है, हालांकि बावजूद इसके यह यात्रा शहर की ओर बढ़ता नजर आ रहा है, लेकिन अभी भी कई रास्तों पर भारी बैरेकेडिंग है, जिसे पार पाना एक बड़ी चुनौती है.
युवा पीढ़ी को तर्कहीन बनाना चाहती है आरएसएस
ध्यान रहे कि इसके पहले राहुल गांधी ने असम मेधालय सीमा पर असम यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ बातचीत करते हुए इस बात का दावा किया था कि उनकी मंशा उनके विश्वविद्यालय में जाकर उनके साथ संवाद स्थापित करने की थी, लेकिन केन्द्रीय गृहमंत्री के आदेश के बाद असम सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी, जिसके कारण उन्हे अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी, राहुल गांधी ने दावा किया था कि आपसे आपकी कल्पना शक्ति छीनी जा रही है, आपको तर्कहीन बनाने की साजिश रची जा रही है, और आपको सिर्फ और सिर्फ आरएसएस की भाषा और उसकी जुबान बोलने को कहा जा रहा है, युवाओं को देश के मौजूदा हालत से दूर करने की कोशिश की जा रही है और इस खतरनाक प्रयोग में आपसे आपका इतिहास छीना जा रहा है, आपको एक काल्पनिक इतिहास परोसा जा रहा है, ताकि आप अपने अतीत से दूर खड़ा हो जायें. यह एक बेहद खतरनाक प्रयोग है, और यह प्रयोग युवाओं को गुलाम बनानी की एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है.
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