TNPDESK- अभी चंद दिन पहले ही मीडिया में इस बात की सुर्खियां थी कि नौकरी देने का श्रेय लेने की होड़ में सीएम नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बीच खाई बढ़ती जा रही है, नियुक्ति पत्र वितरण समारोह से तेजस्वी के पोस्टरों को गायब कर दिया गया है. सारे समारोह में सिर्फ और सिर्फ सीएम नीतीश की तस्वीर लगी हुई है, और इसके साथ ही यह दावा भी किया जाने लगा कि अन्दर खाने नीतीश और तेजस्वी में सब कुछ सामान्य नहीं है.
अपने एक बयान से तेजस्वी ने गोदी मीडिया की हवा निकाल दी
लेकिन इस पूरी थ्योरी की हवा तब निकल गयी जब उसी नियुक्ति वितरण समारोह में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने धुंआधार भाषण के बीच उपस्थित लोगों को खड़ा होकर अपना दोनों हाथ उपर कर सीएम नीतीश को धन्यवाद देने का आह्वान कर दिया. तेजस्वी की यह अपील जैसे ही लोगों के कान तक पहुंची, सारे हाथ एक साथ हवा में लहराते नजर आने लगे, इस छोटी सी कवायद से तेजस्वी ने सीएम नीतीश के साथ मनमुटाव की सारी प्रायोजित खबरों की हवा निकला दी. और साफ संकेत दे दिया कि बिहार में महागठबंधन के अन्दर कोई गांठ नहीं है. और जो गांठ हैं, दरअसल वह गांठ महागठबंधन के अन्दर नहीं होकर मीडिया के अन्दर है, जो बिहार की कोई भी सकारात्मक खबर को दिखलाना नहीं चाहता, उसकी हर कोशिश सिर्फ और सिर्फ जदयू राजद के बीच खींचतान पर बनी होती है, और यदि इस गोदी मीडिया को घटक दलों के अन्दर कोई खींचतान नजर नहीं आती तो फिर प्रायोजित खबरें चलाई जाने लगती है.
हिन्दू मुसलमान की विभाजनकारी सोच से बाहर निकलने को तैयार नहीं गोदी मीडिया
लेकिन तेजस्वी यादव कल पूरे फार्म में नजर आयें, एक तरफ वह जहां भाजपा के विभाजनकारी नीतियों पर हमलावर थें, वहीं चुन चुन कर गोदी मीडिया की भूमिका पर सवाल उठा रहे थें. उनका कहना था कि इस देश में गोदी मीडिया की हालत यह हो गयी है कि वह हिन्दू मुसलमान से आगे बढ़कर कोई भी सकारात्मक खबर दिखलाना ही नहीं चाहता, आखिर क्या कारण है कि जब हम देश में एक साथ एक लाख बीस हजार लोगों को नियुक्ति पत्र प्रदान कर इतिहास कायम कर रहे हैं. कथित राष्ट्रीय मीडिया इस खबर को चलाने के बजाय हिन्दू मुसलमान का जहर फैलाने में लगा है, किसी भी राष्ट्रीय मीडिया पर इस खबर को नहीं चलाया जा रहा है, इस पर बहस का आयोजन नहीं हो रहा है. हमने तो अपना वादा निभाया लेकिन पीएम मोदी के दो करोड़ की नौकरियों का क्या हुआ, किसी भी गोदी मीडिया में यह सवाल उठाने की हिम्मत नहीं है. पूरी गोदी मीडिया इस पर खामोश है, उसे अपने आका से इस खबर को दिखलाने के लिए हरि झंडी ही नहीं मिल रही है.
बगैर काम के भी काम गिनवाता रहता है गुजराती मीडिया
तेजस्वी यादव मौके पर मौजूद पत्रकारों को नसीहत देते हुए कहा कि आप सबों को तो गुजरात की मीडिया से सीखना चाहिए. यह वही गुजराती मीडिया है, जो बगैर किसी काम के भी दिन रात मोदी की उपलब्धियां दिखलाता रहता है, क्योंकि उसे पता है कि इससे उसके राज्य का हित हो रहा है, लेकिन वही भावना बिहार के पत्रकारों में क्यों नहीं होती. वह इतनी बड़ी उपलब्धि को नकारने की कोशिश क्यों करता है? वह दिन रात तथ्यहीन खबरों को चलाकर अपना और अपने पाठकों का समय बर्बाद क्यों करता है? उसे सिर्फ हिन्दू मुसलमान वाली विभाजनकारी खबरें ही पसंद क्यों आती है?
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यह सिर्फ नौकरी नहीं, हमारे युवाओं के लिए जिंदगी की शुरुआत है
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने एक साथ एक लाख बीस हजार युवाओं को नौकरियां दी है. यह सिर्फ नौकरी नहीं है. हमने उनके जीवन का रास्ता खोल दिया है, इसमें ना जाने कितने ऐसे थें, जिनकी शादी रुकी हुई थी, कोई भी मां बाप बेरोजगार युवक से शादी को तैयार नहीं होता है, जब तक नौकरी नहीं मिलती, कोई इनके साथ शादी करने को तैयार नहीं होता. लेकिन हमारे सीएम नीतीश कुमार ने आपके लिए शादी का रास्ता खोल दिया है, आप अब आराम से जाईये और चट मंगनी पट विवाह कर शिक्षण कार्य में लग जाइये.