TNP DESK-अभी बिहार का सियासी तूफान थमा भी नहीं था कि अब दिल्ली से भी ऑपरेशन कमल की खबर आ रही है. और इसके साथ ही इंडिया गठबंधन के भविष्य पर धुंध और भी तेज होता जा रहा है, यदि इसी प्रकार 2024 के महासमर के पहले राज्य दर राज्य इंडिया गठबंधन के हाथ से फिसलते रहे तो 2024 की लड़ाई बहुत हद तक एकतरफा हो सकता है. जब नीतीश कुमार जैसा तपा-तपाया नेता और इंडिया गठबंधन का सूत्रधार ही हथियार डालता नजर आ रहा है, उस हालत में इंडिया गठंबधन के दूसरे घटक दलों की मनोदशा क्या होगी, इसका आकलन किया जा सकता है.
विधायकों ने ऑफर को ठुकराया
दरअसल अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दिल्ली के सीएम और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने यह दावा किया है कि उनके विधायकों के साथ सम्पर्क कर भाजपा का टिकट और 25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया जा रहा है, ताकि 2024 में मोदी की वापसी का रास्ता निष्कटंक हो सके. उन्होंने लिखा है कि “पिछले दिनों इन्होंने हमारे दिल्ली के 7 MLAs को संपर्क कर कहा है- “कुछ दिन बाद केजरीवाल को गिरफ़्तार कर लेंगे। उसके बाद MLAs को तोड़ेंगे। 21 MLAs से बात हो गयी है। औरों से भी बात कर रहे हैं। उसके बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार गिरा देंगे। आप भी आ जाओ। 25 करोड़ रुपये देंगे और बीजेपी की टिकट से चुनाव लड़वा देंगे।”हालाँकि उनका दावा है कि उन्होंने 21 MLAs से संपर्क किया है लेकिन हमारी जानकारी के मुताबिक़ उन्होंने अभी तक 7 MLAs को ही संपर्क किया है और सबने मना कर दिया। इसका मतलब किसी शराब घोटाले की जाँच के लिए मुझे गिरफ़्तार नहीं किया जा रहा बल्कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने के लिए षड्यंत्र कर रहे हैं। पिछले नौ सालों में हमारी सरकार गिराने के लिए इन्होंने कई षड्यंत्र किए। लेकिन इन्हें कोई सफलता नहीं मिली। भगवान ने और जनता ने हमेशा हमारा साथ दिया। हमारे सभी MLA भी मज़बूती से साथ हैं। इस बार भी ये लोग अपने नापाक इरादों में फेल होंगे। ये लोग जानते हैं कि दिल्ली की जनता के लिए हमारी सरकार ने कितने काम किए हैं। इनकी पैदा की गयी तमाम अड़चनों के बावजूद हमने इतने काम किए हैं। दिल्ली की जनता “आप” से बेइंतहा प्यार करती है। इसलिए चुनावों में “आप” को हराना इनके बस की बात नहीं। तो एक फ़र्ज़ी शराब घोटाले के बहाने गिरफ़्तार करके सरकार गिराना चाहते हैं”
नीतीश की वापसी के बाद दिल्ली फतह करते ही एकतरफा हो जायेगी लड़ाई
साफ है कि यदि नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी के बाद दिल्ली की सरकार भी गिरा दी जाती है, तो उसके बाद 2024 की लड़ाई बहुत हद तक एकतरफा रह जायेगी, क्योंकि दक्षिण और पूर्वोत्तर की राजनीति में भाजपा के पास अब पाने के लिए कुछ शेष नहीं है, उसकी आशा की एकमात्र किरण हिन्दी भाषा-भाषी राज्य हैं, यदि भाजपा बिहार के साथ ही दिल्ली को भी फतह कर लेती है और इसके साथ झारखंड में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करवा कर कालकोठरी में बंद कर देती है, तो पीएम मोदी के लिए तीसरी बार दिल्ली का रास्ता निष्कंटक हो जायेगा. इस हालत में देखना होगा कि सीएम हेमंत को रास्ते से हटाने के लिए कौन से तीर कब और कैसे चला जाता है.
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