Ranchi-‘जैसे ही किसी राज्य में चुनाव का बिगुल बजने की तैयारी होती है, भाजपा के पहले वहां ईडी सक्रिय हो जाती है. छतीसगढ़ हो या राजस्थान या फिर मध्य प्रदेश राज्य दर राज्य भाजपा यही खेल खेला करती है, उसका मकसद विपक्षी दलों को ईडी के सवालों में उलझा कर चुनावी अखाड़े से ध्यान भटकाने की होती है. कुछ इसी प्रकार का खेल भाजपा अब झारखंड में खेलने की तैयारी में है, लेकिन यह झारखंड है, भाजपा का यह दांव यहां नहीं चलने वाला है, सरकार पूरे तरीके से मुस्तैद है, और पार्टी चुनावी दंगल में हर मुकाबले को तैयार है. भाजपा के पास जितने भी तीर कमान है, वह निकाल ले, लेकिन झारखंड फतह करने का सपना पूरा नहीं होने वाला है” ये शब्द हैं झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य का.
बंद लिफाफे का मजमून कैसे पढ़ लेती है मीडिया
इसके साथ ही सुप्रियो ने समन को लेकर मीडिया की सुर्खियों पर भी निशाना साधा, उन्होंने कहा कि ईडी का समन में क्या है, या तो ईडी जानती है या फिर जिसके नाम इसे भेजा जाता है, लेकिन मीडिया की रिपोर्टिंग देखिये, कैसी कैसी सुर्खियां बनायी जा रही है, मानो उन्हे लिफाफे के मजमून का एक एक अल्फाज की जानकारी हो, क्या सवाल पूछा गया है, सीएम को कौन सी धमकी और चेतावनी दी गयी है, क्या शब्द हैं, मीडिया को शब्द पता है, यह कुछ नहीं सरकार को बदनाम करने की एक गहरी साजिश है. एक तरफ अपनी हार को देख कर भाजपा ईडी को आगे कर रही है, तो दूसरी तरफ मीडिया अपनी सुर्खियों से उसको हवा दे रहा है.
14 अगस्त को समन, खड़ा करता है कई सवाल
सुप्रियो ने कहा कि यह किसको पता नहीं है कि 15 अगस्त को किसी भी सीएम का किस प्रकार की व्यस्तता होती है, बावजूद इसके 14 अगस्त तो समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया जाता है, सिर्फ इसी से ईडी के इरादे और उसकी मंशा को समझा जा सकता है. लेकिन इतना साफ है कि यदि ईडी बतौर एक राजनीतिक कार्यकर्ता लडाई लड़ेगी, भाजपा की ओर से सियासी मोर्चा संभालेगी, तो उसका जवाब भी सियासी ही दिया जायेगा. केंद्रीय एजेंसी अपनी साख को दांव पर लगा कर काम करने से बाज आना चाहिए, वह एक स्वतंत्र एजेंसी है और उसे उसी भूमिका का निर्वाह करना चाहिए, सीएम हेमंत से पूछताछ के सवाल पर भट्टाचार्य ने कहा कि ईडी के पास सवाल क्या है, वह उसकी जानकारी तो दें, पुराना दस्तूर तो यह है कि 12-12 घंटे बैठाकर पूछा जाता है कि अमेरिका का राष्ट्रपति कौन है? तो उसकी नियत को समझा जा सकता है, 12 घंटों में एक सवाल कि अमेरीका का राष्ट्रपति कौन? उधर मीडिया में चलता रहता है 12 घंटों से लम्बी पूछताछ जारी है. खुलने वाले हैं कई राज.
रिपोर्ट: देवेंद्र कुमार
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