World Cancer Day: सबसे ज्यादा युवा वर्ग कैंसर से हो रहे ग्रसित, लगभग 10 में से 1 की जा रही जान

टीएनपी डेस्क: दुनियाभर में आज सबसे बड़ा मौत का कारण कैंसर बन गया है. लगभग 10 में से 1 की जान कैंसर से जा रही है. कैंसर के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. भारत की बात करें तो साल 2024 में ही कैंसर के करीब 14 लाख मामले सामने आ चुके हैं. हैरानी कि बात तो यह है कि इन मामलों में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की है. वहीं, पुरुषों में लंग कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. भारत में लगभग 90 हजार महिलाओं की मौत ब्रेस्ट कैंसर के कारण हुई है तो वहीं 70 हजार पुरुषों की मौत लंग कैंसर के कारण.
पूरे दुनियाभर में आज 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जा रहा है. कैंसर को लेकर हर ओर जागरूकता फैलाई जा रही है. लोगों को कैंसर के लक्षणों के बारे में जागरूक किया जा रहा है और समय रहते इलाज कराने की सलाह दी जा रही है. ऐसे में आज हम भी बात करेंगे कैंसर के बारे में. कैंसर क्या, क्यों और कैसे होता है. कैंसर के लक्षणों का पता कैसे लगाया जाता है और इसका इलाज क्या है.
कैंसर क्या है
हमारे शरीर में करोड़ों कोशिकाएं हैं, जो एक निश्चित और नियंत्रित तरीके से बढ़ती है और खुद ही नष्ट भी हो जाती है. फिर उनकी जगह दोबारा स्वस्थ कोशिकाएं बनती है. यह पैटर्न चलता रहता है. लेकिन जब कोई कोशिका नष्ट होने की जगह असामान्य तरीके से बढ़ने लगती है तो वह ट्यूमर बन जाती है और फिर बाद में कैंसर सेल्स का रूप ले लेती है. यह ट्यूमर शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है.
कैंसर के प्रकार
कैंसर होने के कारण
कैंसर होने के पीछे का सही कारण अब तक नहीं पता चल पाया है. लेकिन अनहेल्दी लाइफस्टाइल, खानपान और प्रदूषण से कैंसर होने का खतरा जरूर होता है. वहीं, धूम्रपान, तंबाकू और शराब से भी कैंसर सेल्स के बढ़ने का खतरा होता है. लेकिन एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा किया गया है. स्टडी में बताया गया है कि 50% कैंसर मरीज ऐसे हैं जिन्होंने कभी भी स्मोकिंग या शराब का सेवन नहीं किया है.
कैंसर के लक्षण
कैंसर के लक्षण कैंसर के प्रकार पर निर्भर करते हैं. शरीर में हर तरह के कैंसर के अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं. हालांकि, कुछ लक्षण सभी प्रकार के कैंसर में दिखाई देते हैं. जैसे कि, अचानक से वजन बढ़ना या घटना, थकान और कमजोरी, त्वचा में गांठ बनना व रंग में बदलाव दिखना, पाचन से जुड़ी समस्या, जोड़ों और मांसपेशियों में हमेशा दर्द रहना, चोट जल्दी ठीक न होना, ज्यादा भूख न लगना आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
कैंसर के 4 स्टेज
किसी व्यक्ति के शरीर में कैंसर कितना बढ़ गया है, इसकी गंभीरता के आधार पर इसे 4 स्टेज में बांटा गया है. जीरो, फर्स्ट, सेकंड व थर्ड और फोर्थ स्टेज के अनुसार ही किसी भी कैंसर मरीज का ट्रीटमेंट किया जाता है. कैंसर का पता जितना जल्दी लगता है उतनी ही जल्दी इसका इलाज संभव है और मरीज के ठीक होने की संभावना भी ज्यादा रहती है.
स्टेज 0- इस स्टेज में शरीर में कुछ आसमान्य कोशिकाएं मौजूद होती हैं, जो कैंसर सेल्स को बढ़ा सकती है. इस स्टेज में कैंसर नहीं होता है. लेकिन कैंसर होने की संभावना होती है.
स्टेज 1- फर्स्ट स्टेज में कोशिकाएं ट्यूमर का रूप लेती हैं. इस स्टेज में कैंसर सेल्स सिर्फ एक ही क्षेत्र में फैले होते हैं.
स्टेज 2 और 3- सेकंड और थर्ड स्टेज में ट्यूमर बड़ा होने लगता है और कैंसर सेल्स अपने आसपास के अंगों में लिम्फ नोड्स में फैलने लगता है.
स्टेज 4- फोर्थ स्टेज कैंसर का आखिरी स्टेज होता है. यह स्टेज जानलेवा होता है. इस स्टेज में कैंसर सेल्स दूसरे अंगों तक में फैल चुका होता है.
कैंसर का इलाज
कैंसर से पीड़ित रोगी का इलाज उसके स्थिति पर निर्भर करता है. कैंसर की स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टर सर्जरी, लक्षित दवा, कीमोथेरेपी, रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन आदि कराने की सलाह देते हैं. कैंसर का पता करने के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट, इमेजिंग, बायोप्सी करवाने की सलाह देते हैं.
कैंसर से कैसे बचें
अच्छी लाइफस्टाइल और उचित खानपान के जरिए कैंसर से बचा जा सकता है. जैसे कि बाहर के तेल मसाले, जंक फूड्स की जगह उचित प्रोटीन वाले आहार लें. धूम्रपान व शराब जैसी आदतों से दूर रहें. ज्यादा फैट वाले खानों से दूरी बनाएं. स्ट्रेस से बचें और एक्सरसाइज करें.
4+