टीएनपी डेस्क(TNP DESK): मंगलवार, 25 अक्टूबर को आंशिक सूर्य ग्रहण देश के अधिकांश हिस्सों से दिखाई देगा. इस खगोलीय घटना की अधिकतम अवधि 1 घंटा 45 मिनट होगी और यह गुजरात के द्वारका में सबसे लंबे समय तक दिखाई देगी. यह ग्रहण नई दिल्ली में शाम 4:29 बजे से दिखाई देगा और सूर्यास्त के समय अधिकतम शाम 5:30 बजे तक पहुंच जाएगा.
यह सूर्य ग्रहण क्यों खास है?
आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सीधे सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है. आंशिक ग्रहण के दौरान बाहर उतना अंधेरा नहीं होता, जितना कि पूर्ण ग्रहण के दौरान होता है, क्योंकि चंद्रमा आंशिक रूप से सूर्य के प्रकाश को अवरुद्ध करता है. आंशिक सूर्य ग्रहण के दौरान, सूर्य की कुछ सतह को ढकने वाली एक गहरी छाया होगी, जो इसे एक अर्धचंद्राकार आकार देगी. पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, जिससे सूर्य पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाता है.
यह दुर्लभ क्यों है?
आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में आखिरी बार 2007 में देखा गया था और यह आज की घटना को दुर्लभ बनाता है. क्योंकि इस ग्रहण के बाद अगली बार केवल 3 नवंबर, 2032 को भारत में देखा जाएगा. 2025 में, एक और आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, लेकिन वह भारत में नहीं देखा जा सकेगा.
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