टीएनपी डेस्क(TNP DESK): बिहार का महापर्व छठ अब कुछ ही दिन बाद आने वाला है. जिसकी तैयारी में अब बिहार और झारखंड के छठी मैया के भक्त लग गए हैं. कार्तिक का महीना आ चुका है, सभी के घरों में छठी मैया के गीत बजना शुरू हो गया है. वहीं यदि हम अन्य संगीत और गीतों को छोड़कर छठ के गानों की बात करें, तो यह सबसे अलग है. छठी मैया का गीत सुनते ही किसी भी बिहारी के अंदर श्रद्धा और भक्ति जाग जाती है. सालों भर भले ही बिहारी देश के किसी भी कोने में रहे, लेकिन छठ पर्व में अपने गांव की ओर खींचे चले आते हैं. कोई भी मजबूरी कोई भी परेशान उन्हें छठ पर्व में घर आने से नहीं रोक सकती.
आखिर क्यों बिहार की इस सिंगर के गीतों के बिना अधूरा माना जाता है छठ पर्व
छठ पर्व के गीतों की बात करें तो इसमें शारदा सिन्हा और अनुराधा पौडवाल का नाम सबसे पहले आता है. शारदा सिन्हा को छठी मैया के गीत का जनक कहा जा सकता हैं, क्योंकि उनकी आवाज में छठ का गीत सुनते ही ऐसा लगता है, मानो रोम रोम में भक्ति भाव जागृत हो गई हो. ऐसे तो कई और कलाकार, गीतकार, संगीतकार है जिन्होंने छठी मैया के ऊपर गाने बनाए गए और फिल्म हैं, लेकिन शारदा सिन्हा की आवाज में एक जादू है, जिसको सुनते ही ऐसा लगता है मानो अब छठ आ ही गया.
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शारदा सिन्हा का छठ के गीतों से कैसे जुड़ा गहरा नाता
शारदा सिन्हा की आवाज यदि आप सुनते हैं तो लगता है वो उपवास में रहकर छठ के गीत गा रही है.जब आप उनकी आवाज सुनते है,तो ऐसा लगता है मानो भगवान ने उनके गले को छठी मैया के गीत गाने के लिए ही बनाया है. शारदा सिन्हा बिहारी हैं. वैसे बॉलीवुड की कई फिल्मों में शारदा सिन्हा ने अपनी आवाज दी. जिसमें सलमान खान की पहली फिल्म मैंने प्यार किया का एक गाना सुपर डुपर हिट हुआ, लेकिन यदि छठ के गानों की बात की जाए तो उसकी बात ही कुछ अलग है.शारदा सिन्हा का कोई भी ऐसा छठ का गीत नहीं होगा जो लोगों ने नहीं सुन ना हो, भले ही जमाना बदल चुका है नए-नए सिंगर आ गए हैं लेकिन आज भी छठ पर्व में शारदा सिन्हा के गीतों के बिना छठ पर्व अधूरा माना जाता है.
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