टीएनपी डेस्क: हरियाणा सरकार ने अग्नि वीर योजना को लेकर बड़ा ऐलान किया है. हरियाणा में अब अग्निवेश सैनिकों को नौकरियों में 10% आरक्षण मिलेगा. एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के ने कहा कि पीएम मोदी द्वारा 14 जून 2022 को अग्निपथ योजना लागू की गई थी. इस योजना के तहत अग्निवीरों को 4 साल के लिए भारतीय सेवा में तैनात किया जाता है. सरकार की, आदरणीय प्रधानमंत्री जी की ये एक बहुत ही लोकहित योजना है. इस योजना के माध्यम से हमारे पास बहुत ही स्क्लिड युवा, एक्टिव युवा तैयार होते है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हरियाणा में अग्नि वीरों को राज्य सरकार द्वारा भर्ती किए जाने वाले कांस्टेबल, माइनिंग गार्ड, फॉरेस्ट गार्ड, जेल वार्डन,और SPO के पदों पर सीधी भर्ती में 10% आरक्षण प्रदान करेगी..."
अग्निवीरों को लेकर हरियाणा सरकार की बड़ी सौग़ात
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि अग्नि वीरों की 4 साल की मेहनत बर्बाद नहीं जाएगी. हरियाणा में अग्नि वीरों को प्रदेश सरकार द्वारा भर्ती किए जाने वाले कांस्टेबल, माइनिंग गार्ड, फॉरेस्ट गार्ड ,जेल वार्डन और एसडीओ के पदों पर सीधी भर्ती में 10% होरिजेंटल आरक्षण प्रदान करेगी. ग्रुप B और ग्रुप C में सरकारी पदों के लिए निर्धारित अधिकतम आयु 3 वर्ष की छूट प्रदान की जाएगी. लेकिन अग्नि वीरों के पहले बैच के मामले में आयु में यह छूट 5 वर्ष की होगी. सरकार ग्रुप सी में सिविल पदों पर सीधी भर्ती में अग्नि वीरों के लिए 5% होरिजेंटल आरक्षण और ग्रुप बी में एक प्रतिशत होरिजेंटल आरक्षण प्रदान करेंगे. उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाई द्वारा प्रतिमाह 30 हज़ार रुपये से अधिक वेतन दिया जाता है तो हमारी सरकार उस औद्योगिक इकाई को 60 हज़ार रुपये वार्षिक की सब्सिडी देगी. इतना ही नहीं अग्निवीर अगर कोई अपना काम शुरू करना चाहते हैं तो उन्हें 5 लाख तक का बिना ब्याज के लोन दिया जाएगा. अगर अग्निवीर सैनिक सड़क दुर्घटना में घायल हो जाते हैं तो सरकार उन्हें मुआवजा भी देगी और प्राइवेट अस्पताल में इलाज की भी सुविधा मुहैया करवाएगी. यानी कि सारा खर्चा सरकार देगी. इसके लिए सरकार एक कमेटी का गठन करेगी जिसमें कई प्रतिनिधि शामिल होंगे. अगर सड़क दुर्घटना में पीड़ित की मौत हो जाएगी तो इसके लिए पीड़ित के परिजनों को सरकार मुआवजा देगी और यह सभी खर्च हरियाणा रोड सेफ्टी योजना के तहत किया जाएगा.
क्या है अग्निवीर योजना
यहां बता दें कि भारतीय सेना में इन अग्निवीरों का चार वर्ष के लिए नियुक्ति की जा रही है. इसमें से एक चौथाई अग्निवीरों को विभिन्न अर्हता को पूरा के करने बाद आगे सेना में रखा जायेगा. इसके साथ ही हर चौथे साल अग्निवीरों को इस प्रक्रिया से गुजरना होगा. बताया जाता है कि इनको रिटेन करने का पैमाना इनका ऑप्शनल एप्टीट्यूड, वेपन प्रोफिशिएंसी, फिजिकल फिटनेस और अन्य स्किल्स टेस्ट होगा. उसमें सफलता के बाद ही इन्हे सेना में रिटेन किया जायेगा.
जून 2022 में शुरु की गयी थी अग्निवीर योजना, करना पड़ा था विरोध का सामना
रक्षा मंत्रालय ने तीनों सेनाओं के लिए जून 2022 में अग्निवीर स्कीम लॉन्च किया था. अब इसी अग्निवीर स्कीम के तहत तीनों सेनाओं आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में शॉर्ट-टर्म के लिए भर्ती की जा रही है. अपने प्रारम्भिक दिनों में इस योजना को लेकर युवाओं को काफी नाराजगी थी, इसके कारण सरकार को काफी विरोध का सामना करना पड़ा था.
अभी संसद में भी अग्निवीर योजना पर मचा था बवाल
अग्निवीर योजना को लेकर अभी संसद में भी बहस चली थी. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले सत्र में विपक्ष ने अग्नि वीर योजना को लेकर काफी हंगामा किया. राहुल गांधी ने अपने भाषण में अग्नि वीर योजना को लेकर काफी आलोचना की. उन्होंने कहा कि अग्नि वीर जैसी योजनाओं के कारण ही सैनिकों के बीच असमानता पैदा होती है. उन्होंने कहा कि अग्नि वीर योजना इस्तेमाल करो और फेंक दो श्रम प्रणाली है. इस योजना के तहत एक जवान को पेंशन मिलती है जबकि दूसरे को नहीं. इसी वजह से जवानों के बीच असमानता पैदा की जा रही है.
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