टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : चोरी की घटनाएं लगभग हर दिन ही पढ़ने और सुनने को मिल जाता है. देश-दुनिया भर से हर दिन कुछ न कुछ हैरान करने वाली खबरें सामने आती है, जिसपर भरोसा नहीं हो पाता है. इसी बीच चोरी की एक ऐसी घटना सामने आयी है जिसको पढ़कर या सुनकर हैरानी जरूर होगी. सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लग सकता है, लेकिन मामला ही कुछ ऐसा है. दरअसल मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक महिला फिजियोथेरेपिस्ट को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
फिजियोथेरेपिस्ट महिला डॉक्टर ने अस्पताल परिसर के मंदिर से चांदी की लक्ष्मी मां की मूर्ति (कीमत-60 हजार) चुरा ली. घटना के बाद मिसरोद स्थित एक निजी अस्पताल के स्टाफ ने मामले को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के आधार पर जांच करते हुए जब पुलिस ने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक संदिग्ध महिला हाथ में दो बक्से लेकर जाती हुई दिखाई दी. बाद में महिला एक कार में बैठकर वहां से भाग जाती है. कार नंबर के आधार पर महिला की पहचान की जाती है और जब पुलिस उसके घर पहुंचती है तो वहां चोरी की गई मूर्ति मिलती है.
महिला ने पुलिस को बताया कि वह फिजियोथेरेपिस्ट है और उसे चोरी करने की आदत है, जिसके वजह से उसने घटना को अंजाम दिया. फिलहाल पुलिस ने महिला से मूर्ति बरामद कर ली है और चोरी में इस्तेमाल की गई कार भी जब्त कर ली है.
क्लीनिक भी नहीं चला
एमपी पुलिस के मुताबिक फिजियोथेरेपिस्ट मोनिका का क्लीनिक था. क्लीनिक नहीं चलने पर वह आर्थिक तंगी से घिर गई. उसने कुछ अस्पतालों में पार्ट टाइम जॉब भी की. इसी बीच 9 जनवरी को वह सागर अस्पताल में किसी से मिलने गई थी. वहां से निकलते समय उसके हाथ में एक बक्सा दिखा, जिससे पुलिस को उस पर शक हुआ.
पिता की फैक्ट्री बंद, मकान भी बिक गया
पुलिस टीम को जांच में पता चला कि डॉ. मोनिका के पिता के पास पहले शहर के सबसे पॉश इलाके में बंगला था. मंडीदीप में उनकी फैक्ट्री बंद होने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई. उन्हें बंगला बेचना पड़ा और वे बागसेवनिया में किराए के मकान में शिफ्ट हो गए. फिजियोथेरेपिस्ट महिला की शादी नहीं हुई है. उसकी दो बहनें और एक भाई भी है.
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