कोल्हान की धरती से हुई थी विश्व प्रसिद्ध छऊ नृत्य की उत्पति, जानें कैसे मिली दुनिया में पहचान

Jharkhand's traditional Chau dance: छऊ नृत्य सरायकेला सिंहभूम क्षेत्र का हिस्सा है.इसको झारखंड का मुखौटा नृत्य भी कहा जाता है,क्यूंकि मुखिया रूप से मिट्टी और अन्य चिज़ो से बने मुखौटों का इस्तेमाल किया जाता है.

कोल्हान की धरती से हुई थी विश्व प्रसिद्ध छऊ नृत्य की उत्पति, जानें कैसे मिली दुनिया में पहचान