Ranchi- शिक्षकों की लापरवाही की कई कहानियां आपने सुनी होगी. कुछ इसी तरह की एक और कहानी पलामू जिले के मेदिनीनगर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिंदुरिया से आयी है. बताया जाता है कि घर जाने की हड़बड़ी में एक शिक्षक यह देखना भी भूल गया कि गर्मी से बेहाल एक छात्र क्लास रुम में नींद के आगोश में है. कब क्लास खत्म हुई और कब स्कूल बंद होने की घंटी बजी, छात्र को इसकी भनक तक नहीं लगी. जब उसकी नींद टूटी तो देखा, क्लास रुम खाली है, सहपाठी घर जा चुके हैं. क्लास रुम बाहर से बंद है, इस बीच प्यास के कारण उसका गला भी सूख रहा था, उसका धैर्य जवाब देने लगा और बचाव को कोई उपाय नहीं देख वह जार-बेजार रोने लगा. घटों तक रोने के बाद स्कूल के बगल से गुजर रहे किसी ग्रामीण के कानों तक आवाज गयी, उसने तुरंत इसकी जानकारी गांव वालों दी, ग्रामीणों ने शिक्षक से सम्पर्क स्थापित कर मामले की जानकारी दिया, लेकिन शिक्षक घर पहुंच चुका था, जिसके बाद सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी को मामले की जानकारी दी गयी और किसी प्रकार स्कूल का दरवाजा तोड़ कर छात्र को बाहर निकाला गया.
शिक्षक से शोकॉज, मांगा गया जवाब
इस घटना के बाद पूरे इलाके में नाराजगी है, दावा किया जाता है पहले भी इस स्कूल में कई दूसरी घटनाएं घट चुकी है, लेकिन हर बार कार्रवाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकता पूरी की जाती है, इस बार भी संबंधित शिक्षक से शोकॉज की मांग की गई है. संबंधित पदाधिकारियों का दावा है कि शिक्षक से जवाब मिलने के बाद ही मामले में कार्रवाई की जायेगी. हालांकि ग्रामीणों का दावा है इस बार भी मामले को रफा दफा करने की कोशिश जारी है, यह शो कॉज भी उसी का हिस्सा है.
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