टीएनपी डेस्क(TNP DESK): मानसून के आते ही लोगों को इन्फेक्शन से जूड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.क्योंकि इन दिनों बारिश होने की वजह से नदी तालाबों के साथ घर के आस पास नालो और गड्ढा में पानी भर जाता है जिसमें डेंगू और मलेरिया के जहरीले मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जाता है.गंदे पानी में ही डेंगू मलेरिया फैलाने वाले मच्छर के लार्वा आसानी से पनपते हैं. जिसकी वजह से लोगों को इन्फेक्शन और वायरल बीमारियां फैलती हैं.
डेंगू की मारिजों का प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है
जिन लोगों को भी डेंगू के मच्छर काटते हैं उन लोगों को तेज बुखार होता है. इसके साथ ही प्लेटलेट भी गिरने लगता है. यानि प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है. अगर डेंगू की बीमारी का सही समय पर इलाज नहीं किया जाएगा तो मरीज की मौत भी हो सकती है. इसलिए विशेषज्ञों की सलाह होती है कि डेंगू के मरीज को जल्दी से डॉक्टर के पास लेकर जाएं.
डेंगू और मलेरिया में पपीते के पत्तों काफी फायदेमंद है
डेंगू में सबसे बड़ी समस्या प्लेटलेट डाउन की होती है. इसको कंट्रोल करने के लिए चिकित्सक कई तरह की दवा देते है लेकिन प्लेटलेट काउंट को नॉर्मल करने के लिए एक घरेलू इलाज भी है जो रामबाण की तरह काम करता है. ये एक फल की पत्ती होती है जो आसानी से सभी घरों में मिल जाती है. ये किस फल का पत्ता है और कैसा काम करता है आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे.
वायरल बुखार से पीड़ित मरीज को भी पपीते के पत्तों का अर्क पिलाया जाता है
आपको बता दें कि जो लोग भी डेंगू और वायरल बुखार से ग्रसित होते है उनको पपीता के पत्तों का अर्क पिलाया जाता है, क्यूंकि इससे डेंगू और वायरल बुखार के मरीज जल्दी ठीक हो जाते है. वही आपको बता दें कि पपीता के पत्ता में कसाय का रस भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जिसको आयुर्वेद में शरीर की कोई भी बीमारी दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
पत्तों का अर्क काफ़ी कड़वा होता है
बता दें कि इन पत्तों का अर्क काफ़ी कड़वा होता है, लेकिन इसके सेवन से बहुत ही जल्दी प्लेटलेट काउंट बढ़ जाता है. पेट से जुडी समस्याओ से निजात के लिए भी पपीता के पत्तों को कारगर माना गया है.
डेंगू मलेरिया पर सबसे पहले डॉक्टर से मिलें
डॉक्टरों के मुताबिक पपीते के पत्तों का अर्क डेंगू के साथ वायरल बुखार में भी फायदेमंद साबित होता है. लेकिन कभी भी इस पर पूरी तरह से निर्भर नहीं होना चाहिए इनको दवा का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए. डेंगू और वायरल बुखार एक जानलेवा बीमारी है. जिनका इलाज जितनी जल्दी हो सके अच्छे डॉक्टरों से करवाना चाहिए. डॉक्टर्स की जांच के बाद या सलाह के बाद आप पपीते के पत्ते का अर्क का सेवन कर सकते है. डेंगू में डॉक्टर द्वारा दी गई, दवाओं का सही तरीके से सेवन करना चाहिए. पपीता के पत्ता को आप सप्लीमेंट की तरह सेवन कर सकते है.बिना डॉक्टर के सलाह के आपको पपीते के पत्ते का सेवन बिलकुल नहीं करना है.
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