टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- इस जिंदगी और मौत की तारीख कोई बता नहीं सकता, किस दिन दुनिया में आना है औऱ किस दिन रुखसत हो जाना है. ऐसा ही एक मुसाफिर के साथ हुआ, ट्रेन में अचानक तबीयत खराब हो गयी और उसके बाद मौत हो गयी. दुखद बा ये रही की जिस लाश को परिजनों के पास होना था. उसका अंतिम संस्कार होना था, उसकी लाशे ट्रेन घंटों सफर करती रही.
ट्रेन में ही यात्री की मौत
ये घटना अप नेताजी एक्सप्रेस के कोच संख्या एस थ्री का है. जिसमे दर्जनों यात्री गुरुवार को एक शव के साथ बर्द्धमान स्टेशन से कोडरमा स्टेशन तक यात्रा करते रहे. यात्रियों ने इसकी शिकायत भी की . लेकिन, इसके बावजूद धनबाद और गोमो स्टेशन में रेल थाना के द्वारा शव को नहीं उतारा गया. इसे लेकर गोमो स्टेशन पर ट्रेन काफी देर रुकी भी रही. लेकिन रेल थाना पुलिस ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. नतीजा ये रहा कि कोडरमा स्टेशन पर आरपीएफ और रेल पुलिस ने जवानों शव को उतारा.
ट्रेन में लाश के साथ सफर
जानकारी के मुताबिक, सीकरी नामक यात्री एक अन्य के साथ साधारण टिकट लेकर नेताजी एक्सप्रेस के एस-3 कोच में सवार होकर बनारस जा रहा था. इस दौरान सीकरी नामक यात्री की तबीयत खराब हो गई और बर्द्धमान स्टेशन के निकट मौत हो गई. ट्रेन जब धनबाद पहुंची तब यात्रियों और रेलकर्मियों को कोच में शव होने की जानकारी मिली. लेकिन धनबाद स्टेशन पर रेल पुलिस के आने के पहले ट्रेन खुल चुकी थी. इसके बाद फिर गोमो स्टेशन पर ट्रेन खड़ी रही. लेकिन, यहां भी रेल पुलिस नहीं पहुंची, जबकि ट्रेन 17 मिनट तक खड़ी थी. गोमो के बाद अगले स्टेशन कोडरमा में रेल पुलिस ने आरपीएफ के सहयोग से शव को उतारा .
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