रांची(RANCHI) : कहते है ना जब मन में आस्था हो तो बड़े से बड़े पर्वत को भी फतह किया जा सकता है. हौसला और खुद पर विश्वास हो तो कोई रास्ता कठिन नहीं होता. कुछ ऐसा ही दादी ने कर दिखाया. धनबाद से महाकुंभ पहुंच गई और शाही स्नान कर खुद को भाग्यशाली महसूस कर रही है. यह कोई पहली बार कुंभ नहीं गई है, बल्कि 1945 से हर कुंभ में पहुंच कर गंगा में स्नान किया है.
दरअसल देखें तो महाकुंभ को लेकर देश दुनिया से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं. हर दिन करोड़ों लोग गंगा में डुबकी लगा कर खुद को भाग्यशाली महसूस कर रहे है. जिस तरह की भीड़ है, उसमें नौजवानों की हालत खराब है. 20 से 25 किलोमीटर की दूरी में फैले मेला में पैदल चलने में जवान थक जाते है. लेकिन धनबाद की तारा देवी 92 साल की उम्र में अकेले मेला में पहुंच गई. शाही स्नान किया और सभी लोगों के बीच में दादी चर्चा की विषय बन गईं.
जब तारा देवी से वहां मौजूद पत्रकारों ने बात किया तो उन्होंने बताया कि वे सभी कुंभ में शामिल हुई हैं. उनका घर धनबाद बैंक मोड़ में विकास नगर मटकुड़िया रोड में है. वह घर से बिना किसी को बताए ही निकली है. घर से रात में निकली और ट्रेन पकड़ कर प्रयागराज पहुंची है. उन्होंने बताया कि पोती को बताया कि जा रही हैं, और निकल गईं. दादी फोन भी साथ में नहीं रखती है. अब स्नान के बाद वापस धनबाद के लिए निकल गई है. दादी की आस्था को देख हर कोई सलाम कर रहा है.
रिपोर्ट-समीर
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