टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-जिंदगी एक एक ऐसी यात्रा है, जहां कई पड़ाव आते हैं, सुख-दुख तो इसके साथी है. इसके साथ ही कई इंसान अपनी जिंदगी में अच्छे कामों के चलते नाम कमातe हैं, तो कुछ लोग बुरे काम के चलते बदनामी झेलनी पड़ती है. हलांकि, जिंदगी में खुशियों और गमों का पन्ना दोनों ही साथ-साथ रहता है. आज हम आपको एक ऐसी चोर के बारे में बताना चाहते हैं, जो अमेरिका में चोरी किया करता था और एक रईस बाप का बेटा था. जो पॉकेटमारी करने के चलते सलाखों के पीछे पहुंच गया . जहां उसकी मौत हो गयी. लेकिन, हैरानी इस बात की है कि उसकी मौत के 128 साल बाद उसे दफनाया गया या कहे उसे मिट्टी दी गई . जहां उसके आखिर दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और भावभिनी विदाई दी.
1895 में जेल में हुई मौत
स्टोनमैन विली नाम के ये चोर अमेरिकी पुलिस लिए सर्द दर्द बन गया था. 19वीं सदी में शहर में चोरी के चलते लोग को परेशान करके रख दिया था. इसके बाद जब इसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, तो फिर 1895 में उसकी जेल में ही मौत हो गई. इसके बाद इसे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया था. लेकिन, किसी ने भी इसके शव पर दावा ही नहीं किया, तो फिर इसके बाद गलती से इसके शरीर को ममीकृत करके रख दिया गया था.
बड़ी संख्या में लोगों ने दी श्रद्धांजलि
पुलिसे के मुताबिक पॉकेटमारी करने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया था. 128 साल तक रीडिटंग शहर के पुलिस शव गृह में उसे ममीकृत करके रखा गया था. हाल ही के दिनों में उसके शव को सार्वजनिक किया गया, जहां बड़ी संख्या में लोग उसे श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे थे. लोग कतारे लगाकर उसे आखिर विदाई दी और उसे याद किया .
अमिर आयरिश बाप का था बेटा
स्टोनमैन विली इस चोर का नाम जरुर था. लेकिन, उसकी असली पहचान कुछ और ही थी. उसका असली नाम जेम्स मर्फी था. दरअसल, इस चोर के आयरिश पिता बेहद अमिर और रसूख वाले थे. इसलिए जब वह पुलिस की गिरफ्त में आया तो अपना काल्पनिक नाम जेम्स पेन बताया, क्योंकि व अपने दौलतमंद पिता को अपनी हरकत से शर्मिंदा नहीं करना चाहता था. इसलिए वह अपनी नाम छुपाया करता था. स्टोनमैन विली को 1890 के दशक के पुराने काले टाक्सिडो में दफनाया गया.
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