सीतामढ़ी(SITAMARHI): सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया थाना के थानाध्यक्ष ने अपने थाना परिसर स्थित सरकारी आवास में बुधवार की रात गले में गमछा का फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, घटना के बाद सीतामढ़ी जिले के एसपी मनोज कुमार तिवारी, डीएसपी राम कृष्ण सहित वरीय पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंच कर मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं. सदर डीएसपी रामकृष्ण ने बताया कि जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा. अभी कुछ नहीं कहा जा सकता.
बता दें कि, बिहार पुलिस के 2009 बैच के इंस्पेक्टर कुंदन कुमार पूर्व में मुजफ्फरपुर में सदर थानेदार के पद पर थे. वहां से ट्रांसफर होकर सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया थाना के थानाध्यक्ष बनाए गए थे. वहीं, इंस्पेक्टर कुंदन कुमार की मौत की सूचना मिलने के बाद सवाल भी उठ रहे हैं. क्योंकि, कुंदन कुमार की डेड बॉडी जहां झूलता हुआ पाया गया वहां उनके दोनों पैर जमीन पर टिके हुए थे.
वहीं, यह भी कयास लगाया जा रहा है कि, पुलिस पदाधिकारी के पास सरकारी पिस्टल होती है और ज्यादातर पुलिस पदाधिकारी आत्महत्या करने के लिए अपनी पिस्टल का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर कुंदन कुमार द्वारा गमछे का फंदा लगाकर आत्महत्या करना वरीय पुलिस पदाधिकारी को भी नहीं पच रहा. फिलहाल मौके पर एफएसएल (FSL) की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है.
घटना की सूचना थाना प्रभारी के परिजनों को मिलते ही परिवार वाले बैरगनिया पहुंच गए हैं. वहीं, सीतामढ़ी एसपी मनोज कुमार तिवारी और उनके साथ काम करने वाले पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुंदन कुमार काफी जांबाज और हिम्मत वाले थे. बुधवार को भी उन्होंने एक कार्रवाई को अंजाम देते हुए चोरी की गई 59 मोबाइल के साथ एक चोर को गिरफ्तार किया था. ऐसे में अचानक उनका सुसाइड कर लेना कई सवालों को जन्म देता है.
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