पटना(PATNA): राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह को राजद छोड़ अपना आशियाना कहीं और ढूंढ़ने की नेक सलाह दी है. उनका कहना है कि जगदानंद सिंह पार्टी की नीतियों के साथ तालमेल बिठाकर नहीं चल पा रहे हैं, साथ ही पार्टी के स्टैंड के विपरीत जाकर अपना विचार प्रकट कर रहे हैं. शिवानंद तिवारी ने कहा है कि तेजस्वी यादव ने यह पहले ही साफ कर दिया है कि सिर्फ लालू प्रसाद यादव और उनके द्वारा दिये गये बयान को राजद का आधिकारिक बयान माना जायेगा, लेकिन बावजूद इसके जगदानंद लगातार इसकी अवहेलना कर अपने बयान को पार्टी का आधिकारिक बयान बता रहें है.
जगदानंद सिंह ने प्रोफेसर चन्द्रशेखर की बयान का किया था सर्मथन
यहां बता दें कि कल ही प्रख्यात मंडलवादी राजनेता शरद यादव की मौत के बाद पटना में एक शोक सभा का आयोजन किया था, इसी शोक सभा के बाद जगदानंद सिंह ने रामचरित मानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चन्द्रशेखर के बयान का समर्थन किया था, साथ ही इस बयान के लिए प्रोफेसर चन्द्रशेखर की पीठ भी थपथपाई थी. साथ ही यह भी कहा था कि पूरा राजद परिवार आपके साथ खड़ा है, आपको परेशान होने की कोई जरुरत नहीं है. आपका बयान मंडलवादी राजनीति का विस्तार है. शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर ने रामचरित मानस को विभाजनकारी और नफरत फैलाने वाला ग्रन्थ करार दिया था. यहां यह भी बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चन्द्रशेखर ने रामचरित मानस को बंच ऑफ थॉट और मनुस्म़ृति के समान ही नफरत फैलाने वाला ग्रंथ करार दिया था.
लेकिन जगदानंद सिंह के बयान के बाद शिवानंद तिवारी ने यह साफ कर दिया कि जगदानंद सिंह का बयान पार्टी का अधिकृत बयान नहीं है, इस मामले में अधिकृत बयान के लिए सिर्फ लालू प्रसाद यादव या तेजस्वी यादव ही अधिकृत है.
शिवानंद तिवारी और जगदानंद सिंह के बीच का यह विवाद कोई नयी बात नहीं
यहां यह याद दिला दें कि शिवानंद तिवारी और जगदानंद के बीच का यह विवाद कोई नयी बात नहीं है, दोनों के बीच अर्से से एक दूसरे की टांग खिंचाई का खेल जारी है, लेकिन राजनीति विवशता ऐसी है कि दोनों ही राजद का दामन छोड़ कर किसी और दल में अपना आशियाना खोजने में सफल होते नहीं दिख रहे हैं.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार
4+