रांची(RANCHI)-कोलकत्ता के सब रजिस्ट्रार त्रिदीप मिश्रा के साथ ईडी की पूछताछ अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि खबर आ रही है कि इस मामले में जांच का दायरा बढ़ाते हुए अब ईडी ने इस जमीन पर मालिकाना हक जताने वाले कोलकाता के जगत बंधु टी स्टेट के दिलीप घोष के साथ ही रांची के जमीन कारोबारी राजेश राय, भरत प्रसाद और लखन सिंह को नोटिस जारी किया है, इन सभी लोगों से आठ और दस मई को पूछताछ होगी.
चेशायर की जमीन खरीदने वाला पहला शख्स था राजेश राय
यहां बता दें कि राजेश राय ही वह पहला शख्स था जिसके द्वारा इस जमीन की खरीद की गयी थी. इसके पहले रांची के पूर्व डीसी और समाज कल्याण विभाग के मौजूदा सचिव छवि रंजन, बड़ागांई सीआई भानू प्रताप सहित करीबन दर्जन भर आरोपियों को ईडी का नोटिस मिल चुका है, इसमें से कईयों के साथ पूछताछ हो चुकी है, जबकि फर्जी दस्तावेज तैयार करने का एक्सपर्ट माने जाना वाले अफसर अली, बड़ागांई सीआई भानू प्रताप के साथ ही सात आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं.
नगर निगम ने दर्ज करवायी थी पहली शिकायत
यहां बता दे कि इस मामले की पहली शिकायत नगर निगम, रांची के अधिकारियों के आदेश पर टैक्स कलेक्टर दिलीप कुमार के द्वारा दर्ज करवायी गयी थी. निगम का आरोप था कि प्रदीप बागची के द्वारा फर्जी आधार कार्ड के सहारे उक्त जमीन का होल्डिंग नम्बर लेने की कोशिश की जा रही है. जिसके बाद मामला आयुक्त तक पहुंचा और मामले की जांच शुरु हुई. आयुक्त जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि इस जमीन का मूल रैयत जयंत करनाड है. जबकि प्रदीप बागची ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे इस जमीन को कोलकत्ता के दिलीप घोष को बेच दी थी. यही कारण है कि अब इस मामले में दूसरे आरोपियों के साथ ही ईडी दिलीप घोष से भी पूछताछ कर रही है.
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