टीएनपी डेस्क(TNP DESK): सौ दिन से अधिक जेल में बिताने के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत को बुधवार को रिहा कर दिया गया. ऐसा एक विशेष पीएमएलए अदालत द्वारा उनकी जमानत याचिका मंजूर करने के बाद किया गया. रिहा होने के बाद संजय राउत ने मीडिया से बात की. उन्होंने खुलासा किया कि उनके आने वाले आगे के कुछ दिन व्यस्त हैं.
उन्होंने कहा कि मैं आज उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मिलूंगा. लोगों के काम को लेकर मैं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से 2-4 दिनों में मुलाकात करूंगा. मैं दिल्ली भी जाऊंगा और पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलूंगा.
राज्य सरकार और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा की
जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने राज्य सरकार और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा की, यह कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात थी. उन्होंने कहा कि नई महाराष्ट्र सरकार ने कुछ अच्छे फैसले लिए हैं और विरोध के लिए वह उनका विरोध नहीं करेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए मेरा विरोध जारी रहेगा. समय के साथ राजनीति का स्तर नीचे चला गया है.
यह पूछे जाने पर कि उनके कार्य और शब्द थोड़े विरोधाभासी लग रहे हैं, राउत ने कहा कि मैं संसद सदस्य हूं और मेरा भाई यहां विधायक है. मुझे नेताओं से मिलने का अधिकार है और गृह मंत्री पूरे देश का होता है, किसी पार्टी का नहीं.
जेल में अपने अनुभव के बारे में बताया
जेल में अपने अनुभव को देखते हुए, शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि यह उनका परिवार था जिसने बहुत दर्दनाक समय बिताया और बहुत कुछ सहा. उन्होंने कहा कि जेल का समय आसान समय नहीं है. जेल के अंदर बड़ी-बड़ी दीवारें हैं और अक्सर दीवारों से बातें की जाती हैं. मैं अक्सर सोचता था कि सावरकर ने दस साल कैसे गुजारे, तिलक और वाजपेयी जैसे नेताओं ने अपनी जेल की अवधि कैसे बिताई. लेकिन मेरे परिवार को जो कुछ भी सहना पड़ा, वह हो गया. उन्होंने एक बार फिर अपनी गिरफ्तारी के पीछे "राजनीतिक प्रतिशोध" का आरोप लगाया, लेकिन साथ ही कहा कि वह जेल में अपने महीनों के लंबे समय के लिए किसी भी केंद्रीय एजेंसियों को दोष नहीं देंगे.
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