टीएनपी डेस्क(TNP DESK): प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने बुधवार को माफिया से नेता बने अतीक अहमद के परिजनों के घर को गिराना शुरू कर दिया. उमेश पाल हत्याकांड मामले में अतीक अहमद, उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उनके दो बेटे और उनके भाई अशरफ आरोपी के रूप में नामित हैं.
प्रशासन ने माफिया से नेता बने और पूर्व सांसद अतीक अहमद के रिश्तेदार खालिद जाफर का घर गिरा दिया है. प्रयागराज के करेली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत चकिया में स्थित इस घर में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता रह रही थी.
घर गिराए जाने की पुष्टि करते हुए पीडीए के उपाध्यक्ष अरविंद कुमार चौहान ने कहा कि घर अवैध रूप से निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करके बनाया गया था और इसलिए इसे ध्वस्त किया जा रहा है. मालिक को नोटिस जारी किया गया था और सभी आवश्यक प्रक्रिया का पालन किया गया था.” घर की कीमत करीब 2.5 करोड़ रुपये आंकी गई है.
उमेश पाल मामले के थे मुख्य गवाह
बता दें कि उमेश पाल 2005 में प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में एक प्रमुख गवाह थे, जिसमें अतीक अहमद और उनके भाई खालिद अजीम के अलावा उनके कई करीबी मुख्य आरोपी हैं. 24 फरवरी की शाम प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में पाल और दो पुलिसकर्मियों पर उनके आवास के बाहर हथियारबंद लोगों ने फायरिंग कर दी. इस फ़ायरिंग उमेश पाल और एक पुलिसकर्मी संदीप निषाद की मौत हो गई, जबकि एक अन्य सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह की हालत गंभीर है.
एक आरोपी को पुलिस ने मार गिराया
उमेश पाल हत्याकांड में कथित भूमिका के लिए स्थानीय पुलिस ने सोमवार को अरबाज को एक मुठभेड़ में मार गिराया. अरबाज का पूर्व सांसद अतीक अहमद से संबंध सामने आया है. पुलिस के मुताबिक वह बचपन से ही अतीक के घर में घरेलू सहायक का काम करता था. बाद में अरबाज ने अतीक के बेटों का ड्राइवर बन गया. एक पुलिस पूछताछ में पता चला है कि जिले के सल्लाहपुर इलाके के रहने वाले अरबाज ने 24 फरवरी को वह कार चलाई थी जिसमें हमलावर मौके पर पहुंचे और उमेश पाल और उनके सुरक्षा गार्डों पर गोलियां चलाईं.
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