पूर्णिया(PURNIA): भारत सरकार द्वारा बिहार के मखाना को जी आई टैगिंग मिलने के बाद मखाना में असीम संभावनाएं दिखने लगी है. वहीं केंद्र सरकार के स्टार्टअप ने भी मखाना में नई क्रांति ला दी है. दरअसल पूर्णिया के गुलाबबाग में ऑर्गेनिक सत्वा नाम से बनाये जा रहे मखाना के उत्पाद न सिर्फ देश मे बल्कि यूरोपीय देशों में धूम मचा रहा है. वहीं सैकड़ो कामगार कॉरपोरेट जिंदगी जी रहे हैं.
बता दें कि तीन युवा उधमी ने मिलकर लॉक डाउन के वक्त मखाना में स्टार्टअप किया था, जो आज 600 लोगो को मखाना उद्योग में रोजगार दे रहा है. इनके उत्पाद अब देश के कई बड़े ब्रांड द्वारा खरीदे जा रहे हैं. वहीं विदेशो में भी मखाना से बने 11 फ्लेवर वाले उत्पाद धूम मचा रहा है.
गांव-गांव जा कर युवाओं को किया जा रहा प्रेरित
मखाना उद्योग लगाने के लिए गांव-गांव किसानों के बीच जा कर किसानों को मखाना उत्पादन के लिए प्रेरित करने से लेकर उचित मूल्य दिलवाने तक के सफर को तय करने वाली मिली बताती हैं कि बड़ी मुश्किलो के बीच इस सफर को तय किया है.
अपने ही घरों में काम मिलने और कॉरपोरेट संस्कृति विकसित होने से यहां काम करने वाली सीता कहती है कि खुद के साथ-साथ पूरा परिवार अच्छी जिंदगी जी रहा है. वहीं स्वास्थ्य, सुरक्षा और आर्थिक स्थिति बेहतर करने का पूरा ख्याल रखा जाता है. इन तीनों युवा उद्यमी के प्रयास का नतीजा है कि न सिर्फ इनके उत्पाद की मांग विदेशों तक हो रही है बल्कि इनके जैसे कई उद्यमी मखाना के क्षेत्रों में काम करने के लिए आगे आ रहे हैं.
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