टीएनपी डेस्क: अगर दूर का सफ़र हो और यात्रा लंबी हो तो लोग अपने आराम के लिए अक्सर ट्रेन के एसी कोच में रिजर्वेशन करवाते हैं. ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. वह आराम से अपनी यात्रा का आनंद ले सके. लेकिन अगर आप ज्यादा पैसे खर्च करके एसी कोच में रिजर्वेशन करवायें और इसके बाद भी आपको यात्रा करने में तकलीफ हो तो आपको कैसा लगेगा. जाहिर सी बात है कि आपको लगेगा कि आपका पैसा बेकार हो गया. वही ट्रेन में सफर करते वक्त अक्सर लोगों की चाहत होती है कि उन्हें लोअर बर्थ मिले या फिर साइड लोअर बर्थ मिले. क्योंकि लोअर बर्थ वाले को ना तो मिडिल बर्थ खोलने और बंद करने का जरूरत होती है और ना ही अपर बर्थ में चढ़ने की टेंशन होती है. वहीं लोअर बर्थ में लोग आराम से अपनी बर्थ पर सोकर विंडो से बाहर के दृश्य का आनंद लेते हुए यात्रा करते हैं. लेकिन जब किसी की सीट साइड अपर बर्थ मिल जाए और वह भी कोच के एंट्री गेट से सटी हुई तब लोगों को काफी परेशानी होती है.
ऐसा ही कुछ हुआ एक शख्स के साथ जो ट्रेन के एसी कोच में सफर कर रहा था और उसकी साइड अपर बर्थ की सीट मिली थी. यह सीट एंट्री गेट से सटी हुई थी. बस फिर क्या था शख़्स पूरे सफर के दौरान परेशान रहा क्योंकि आने जाने वाले यात्री बार-बार गेट को खोल रहे थे. जब भी किसी स्टेशन पर ट्रेन रूकती तो बाहर जाने वाले और अंदर आने वाले की भीड़ लगी होती थी. लोग बार-बार गेट को खोल और बंद कर रहे थे. ऐसे में पूरे सफर के दौरान हर 5 मिनट पर कोई ना कोई गेट खोलकर बाहर जाता और अंदर आता है. यह सिलसिला चलता रहा . ऐसे में जो यात्री गेट के सबसे पास वाली साइड पर बर्थ पर सोया हुआ था उसे पूरे सुकून की नींद ही नहीं आई क्योंकि जितनी बार गेट का दरवाजा खुलता उसकी नींद खुल जाती.
ट्रेन की ये शीट किसी को न मिले
वहीं एक शख़्स ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और कैप्शन में लिखा "रात भर सोने नहीं दिया.ट्रेन की ये शीट किसी को न मिले" . वीडियो को इंस्टाग्राम पर @radioraghuwanshi नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया गया है. वीडियो को अबतक 1 करोड़ से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और 4 लाख से ज्यादा बार लाइक किया जा चुका है. वीडियो पर लोग कमेंट्स भी कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा- सोचो अगर ये बिना एसी वाले कोच की सीट होती. दूसरे यूजर ने लिखा- तुम्हें अपना सिर दूसरी साइड करके सोना चाहिए था. तीसरे यूजर ने लिखा- मैं आपका दुख समझ सकता हूं. इसके साथ ही कई और लोगों ने भी अपना एक्सपीरियंस शेयर किया है.
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