तेजस्वी पर सीबीआई की कार्रवाई के बाद भी टस से मस होने को तैयार नहीं नीतीश कुमार, जानिये वजह

विश्लषकों का मानना है कि भाजपा के इस हथकंडे का इस बार नीतीश कुमार पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है, क्योंकि अब यह आम धारणा बन चुकी है कि भाजपा इन एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को निशाना बना रही है, यही कारण है कि 95 फीसदी मामले में विपक्ष के नेताओं को ही निशाना बनाया जा रहा है, जबकि भष्टाचार की तमाम शिकायतों के बावजूद यदि कोई नेता भाजपा में शामिल हो जाता है, तो उसके खिलाफ सारी जांच बंद कर दी जाती है

तेजस्वी पर सीबीआई की कार्रवाई के बाद भी टस से मस होने को तैयार नहीं नीतीश कुमार, जानिये वजह