रांची(RANCHI): सीतामढ़ी से पूर्व राजद विधायक और जानेमाने बिल्डर अबू दोजना ने ईडी के अधिकारियों पर जुम्मे की नमाज को पढ़ने से रोकने का आरोप लगाया है, उन्होंने कहा है कि करीबन 10 घंटों की छापेमारी के दौरान जब उनके द्वारा जुम्मे नमाज पढ़ने की अनुमति की मांग की गयी तो अधिकारियों के द्वारा इसकी अनुमति नहीं दी गयी.
कौन दे रहा है उपर से यह आदेश
उन्होंने कहा है कि हालांकि रेड में शामिल अधिकारियों का रवैया सामान्य था, लेकिन इन अधिकारियों को बार-बार उपर से फोन आ रहा था, और उपर के आदेश के बाद ही उन्हे जुमे की नमाज को पढ़ने से रोका गया. यहां हम बता दें कि पूर्व राजद विधायक अबू दोजना को राजद सुप्रीमो का बेहद करीबी माना जाता है, पटना के हारुन नगर इलाके में ईडी के अधिकारियों ने करीबन 10 घंटों की पूछताछ की थी.
काफी लम्बे वक्त से केन्द्रीय एजेंसियों का राडार पर था अबू दोजाना
दावा किया जाता रहा है कि इनके द्वारा कई मॉलों के निर्माण में लालू परिवार का पैसा लगता रहा है, इसके चलते ये काफी लम्बे वक्त से केन्द्रीय एजेंसियों की राडार पर थें. हालांकि जानकार यह भी बताते हैं कि अबू दोजना राजद से जुड़ने से काफी पहले से ही कन्स्ट्रक्शन व्यवसाय से जुड़ा था, उसके द्वारा पहले भी कई अपार्टमेंटों का निर्माण किया जा चुका है, लेकिन राजद से जुड़ने के बाद वह राजनीति का मोहरा बन गया. अबू दोजाना भी इस मामले को भाजपा की साजिश बता रहे हैं, उनका कहना है कि भाजपा के इशारे पर केन्द्रीय एजेंसिया उन्हे निशाना बना रही है, रियल एस्टेट और कन्स्ट्रक्शन उनका पुराना धंधा है, इसमें लालू परिवार को कोई पैसा नहीं लगा है.
चर्चाओं का बाजार गर्म
बहरहाल अबू के आरोपों में चाहे जितनी सच्चाई हो, लेकिन उनके इस दावे के बाद की उन्हे जुमे की नमाज से रोका गया, चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. लोग पूछ रहे हैं कि क्या इन एंजेसियों को किसी के आस्था के साथ खिलवाड़ करने का भी अधिकार है.
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