मोतिहारी(MOTHIHARI): हजारों वर्ष पूर्व से प्रत्येक 5 वर्ष पर आयोजित होने वाला विश्व प्रसिद्ध बलि चढ़ावा दिए जाने वाला नेपाल का गढ़ी माई मेला इस वर्ष 17 नवंबर से शुरू होने वाला है. गढ़ी माई मेला 13 दिसंबर तक लगेगा, जिसमें मुख्य रूप से 8 व 9 दिसंबर को पूजा अर्चना के साथ बलि चढ़ाया जाएगा. इस वर्ष मेले में करीब दो करोड़ से ज्यादा भक्तों की आने व गढ़ी माई को पांच लाख पशुओं की बलि चढ़ावा दिए जाने का अनुमान लगाया जा रहा है. गढ़ी माई मेला का आयोजन प्रत्येक 5 वर्ष पर किया जाता है. इससे पहले साल 2019 में गढ़ी माई मेला लगी थी. जिसमें नेपाल, भारत, चाइना, दुबई, अमेरिका समेत सार्क राष्ट्र से गढ़ी माई भक्त आए और वहीं करीब ढाई लाख से ज्यादा पशु बलि चढ़ावा दिया गया.
बनाया जा रहा है चढ़ावा का अलग बैरक
वहीं, नेपाल बारा जिलान्तर्गत महागढ़ी माई नगरपालिका नगर प्रमुख उपेन्द्र यादव ने बताया कि, भक्तों की भीड़ को देखते हुए गढ़ी माई मेला समिति का गठन किया जा रहा है. साथ ही चढ़ावा का अलग बैरक बनाया जा रहा है. वहीं, आम लोगों के मनोरंजन के लिए झूला, खेल आदि के साथ कतारबद्ध दुकान की व्यवस्था की जा रही है.
इन सुविधाओं की व्यवस्था की गई
नेपाल के मधेश प्रदेश और महागढ़ी माई नगरपालिका की तरफ से भक्तों के सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शौचालय, रहने के लिए टेंटनुमा झोपड़ी की सुविधा, भोजन की सुविधा के साथ-साथ स्वच्छ पेय जल की सुविधा की खासा व्यवस्था की गई है. वहीं, नगर प्रमुख उपेन्द्र यादव ने भारतीय गढ़ी माई भक्तों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए भारत सरकार से अनुरोध किया है.
रिपोर्ट: ऋषिनाथ
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