रांची (RANCHI) : अब ऐसा लग रहा है कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का विवादों ने नाता गहराता जा रहा है. योजना से जुड़ी शिकायतों का समाधान नहीं हो पा रहा है. इस बार पूर्वी सिंहभूम जिले से मंईयां योजना की शिकायत सामने आयी है. दरअसल जिले में तीन लाख सात हजार में से करीब 40 हजार लाभुकों का भुगतान लंबित है. बैंकों की मदद से इस समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है. जिनमें करीब पांच हजार लाभुकों के खाते में त्रुटि सुधार कर उनके खाते में पैसे भेज दिए गए हैं. शेष 35 हजार लाभुकों के खाते में योजना की राशि नहीं आयी है. हालांकि इन लाभुकों के खातों में हुई त्रुटि के सुधार का प्रयास तेजी से चल रहा है.
मंईयां सम्मान योजना में सबसे बड़ी गलती डाटा एंट्री में हुई
मंईयां सम्मान योजना में सबसे बड़ी गलती डाटा एंट्री में हुई है. सब कुछ सही होने के बावजूद या तो अकाउंट नंबर या फिर ISFC कोड भरने में लापरवाही के कारण भुगतान में देरी हो रही है. यह लापरवाही ऑपरेटर द्वारा डाटा एंट्री करते समय दिखाई जाती है. खास तौर पर CSC या प्रज्ञा केंद्रों में लापरवाही बरती गई है.
योजना में गड़बड़ी रोकने के लिए किए गए हैं कई बदलाव
आपको बता दें कि सामाजिक सुरक्षा कोषांग ने सम्मान योजना में गड़बड़ी रोकने के लिए कई बदलाव किए हैं. विभाग की ओर से लांच किए गए नए पोर्टल की साइट सीओ और बीडीओ के लॉगिन से ही खुलेगी. सीओ-बीडीओ का अपना पासवर्ड होगा. पासवर्ड डालते ही ओटीपी आएगा, जिसके बाद साइट खुलेगी. फिर नए आवेदन अपलोड किए जा सकेंगे और पुराने आवेदनों की जांच की जा सकेगी. इधर, मंईयां सम्मान योजना के लिए महिलाएं सीओ कार्यालय का चक्कर लगा रही हैं. उनका कहना है कि आवेदन जमा करने के बाद भी खाते में राशि नहीं आ रही है. इसका पता लगाने के लिए वे प्रतिदिन सीओ कार्यालय पहुंच रही हैं. मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. इस योजना के प्रति महिलाओं में भी अधिक उत्साह है. राज्य सरकार ने झारखंड के 24 जिलों के बीच 5225 करोड़ रुपये आवंटित किए थे.
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