टीएनपी डेस्क(TNPDESK): दुनिया का सबसे पुराना धर्म सनातन है. सनातन का मतलब शाश्वत या 'सदा बना रहने वाला धर्म. इस धर्म का सबसे बड़ा संगम प्रयागराज में हो रहा है. जहां इस धर्म से जुड़े हर जाति के लोग एक समान गंगा में डुबकी लगा रहे हैं. महाकुंभ में शाही स्नान के दौरान 1.6 करोड़ से अधिक लोगों ने डुबकी लगाई. इस दौरान देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे. इस दृश्य को देख विदेशी भी प्रयागराज की ओर रुख कर रहे है. सभी में एक उत्साह दिख रहा है. साथ ही सनातन संस्कृति की ओर रुझान बढ़ रहा है.
अगर देखें तो हर छ साल में अर्धकुंभ होता है. लेकिन पूर्ण कुंभ 12 साल में सिर्फ प्रयागराज में आयोजित होता है. इस बार ऐसा संयोग है कि 12 महाकुंभ के बाद पूर्ण महाकुंभ हो रहा है. जो 144 साल में एक बार होता है. यही वजह है कि महाकुंभ में करोड़ों लोग पहुंच रहे है. हर किसी के जीवन में यह ऐसा संयोग नहीं आता है. इसे देखते हुए प्रयागराग की हर गालियां सजी हुई है. पूरे देश का माहौल भक्तिमय हो गया है.
ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ में स्नान करने से पाप धूल जाता है. मोक्ष की प्राप्ति होती है. साथ ही ज़िंदगी की नई शुरुआत होती है. इस मेले में हर कोई पहुंच कर एक बार डुबकी जरूर लगाता है. जिससे उनसे जीवन सफल हो सके. इस मेले में विभिन्न अखाड़े से लाखों साधु, नागा साधु भी पहुंचते है. सभी गंगा में डुबकी लगा कर परंपरा को निभाते है.
ऐसे में गंगा में स्नान करने वाले में कोई जाति या अमीर गरीब नहीं देखा जाता. सभी एक साथ स्नान करने नदी में उतरते है. ऐसा नजारा और तस्वीर शायद कहीं दूसरे जगह पर देखने को नहीं मिलेगी. क्योंकि यहां सब एक बराबर है. कोई छोटा बड़ा नहीं होता है. सभी मां गंगा में स्नान कर खुद के जीवन को सफल मानते है.
इस परंपरा और सनातन संस्कृति को देख अब विदेशी भी सनातन धर्म की ओर अपना रुख कर रहे है. महाकुंभ में हजारों विदेशी भी पहुंचे है. मेले में सनातन परंपरा को निभाते दिख रहे है. माथे पर तिलक जुबान पर जय श्री राम का नारा बुलंद कर रहे है.
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